रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन ने सुकमा जिले में तेन्दूपत्ता संग्राहकों को दी जाने वाली प्रोत्साहन पारिश्रमिक राशि के वितरण में गंभीर अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की है। जिला वनमंडलाधिकारी सुकमा को निलंबित कर दिया गया है और एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा उनके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
इसके अलावा, वितरण कार्य में लापरवाही बरतने वाली 11 प्राथमिक वनोपज समितियों के प्रबंधकों को कार्य से पृथक कर दिया गया है और उन समितियों के संचालक मंडलों को भंग कर दिया गया है। संबंधित नोडल अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारंभ की जा चुकी है।
गौरतलब है कि जिला यूनियन सुकमा अंतर्गत सीजन वर्ष 2021 और 2022 के लिए बड़ी संख्या में संग्राहकों को प्रोत्साहन पारिश्रमिक का भुगतान किया जाना था, लेकिन कुछ समितियों द्वारा नगद भुगतान नहीं किया गया। अब शासन द्वारा पात्र संग्राहकों को भुगतान सुनिश्चित करते हुए दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।