नई दिल्ली ,30 अप्रैल 2025 :दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने IPL 2025 में शानदार शुरुआत की थी. टीम ने लगातार 4 मैच जीतकर टूर्नामेंट की नंबर-1 टीम बनने का दावा पेश किया था. इस प्रदर्शन के बाद उनके प्लेऑफ में पहुंचने को लगभग तय माना जा रहा था. लेकिन पिछले कुछ मैचों में हार ने उनकी राह मुश्किल कर दी है. खासकर, कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ घर पर 14 रनों की हार ने दिल्ली की समस्याएं बढ़ा दी हैं. हालांकि, 10 मैचों में 6 जीत के साथ दिल्ली अभी भी पॉइंट्स टेबल में चौथे स्थान पर है, लेकिन अब उस पर बाहर होने का खतरा मंडराने लगा है. तो क्या इस सीजन की सबसे मजबूत टीमों में शामिल दिल्ली कैपिटल्स प्लेऑफ से बाहर हो जाएगी? आइए, पूरा गणित समझते हैं.
दिल्ली पर बाहर होने का खतरा क्यों?
अक्षर पटेल की कप्तानी में दिल्ली कैपिटल्स ने 10 मुकाबलों में 12 अंक हासिल किए हैं. वह फिलहाल टॉप-4 में बनी हुई है. फिर भी वह बाहर हो सकती है, क्योंकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 10 मैचों में 14 अंक के साथ पहले स्थान पर है. इसके अलावा 10 मैच में 12 अंक के साथ मुंबई इंडियंस दूसरे और गुजरात टाइटंस की टीम 9 मैच में 12 अंक के साथ तीसरे नंबर है. दूसरी ओर श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली पंजाब किंग्स भी 9 मैच में 11 अंक हासिल कर चुकी है और पांचवें नंबर पर बनी हुई है.
दिल्ली इन पांच टीमों में अंक और नेट रन रेट के मामले में सिर्फ पंजाब से आगे है. लेकिन PBKS की तुलना में उसने एक मैच ज्यादा खेला है. यानि पंजाब के पास अभी आगे निकलने के मौका है. वहीं, GT और MI के भी 12 अंक हैं, लेकिन मुंबई का नेट रन रेट (+0.889) दिल्ली (+0.362) से काफी बेहतर है. गुजरात ने भी दिल्ली के मुकाबले 1 मैच कम खेला है. इसका मतलब है कि वो भी 10वें मैच के बाद अंकों के मामले में आगे निकल सकती है. इसलिए दिल्ली की चिंता बढ़ गई है. अगर गुजरात और पंजाब की टीम अपना 10वें मैच जीत जाती हैं, तो दिल्ली टॉप-4 से बाहर हो जाएगी.
दिल्ली कैसे प्लेऑफ़ में पहुंच सकती है?
IPL में आमतौर पर 16 अंक होने पर प्लेऑफ की टिकट पक्की मानी जाती है. यानि लीग स्टेज के दौरान 14 मैचों में से 8 जीतने की जरूरत होती है. दिल्ली ने अभी तक 6 मैच जीते हैं और उनके पास 4 मैच बाकी हैं, जिनमें उनका सामना SRH, PBKS, GT और MI से होना है. अगर दिल्ली इनमें से किसी भी 2 मैच में जीत हासिल कर लेती है, तो वह 16 अंक तक पहुंच जाएगी और प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर सकती है.
हालांकि, अगर वो सिर्फ 1 मैच जीत पाती है, तो NRR और दूसरी टीमों के परिणामों पर उसका भविष्य निर्भर करेगा. दिल्ली कैपिटल्स के पास अभी भी अपना भाग्य लिखने का मौका खुद के हाथ में है. लेकिन अगर वे आने वाले मुकाबलों में वो लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं करती हैं, तो उसका सीजन यहीं समाप्त हो सकता है. अब देखना यह है कि क्या अक्षर पटेल की टीम इस चुनौती को स्वीकार कर पाती है या नहीं.