Vedant Samachar

भारतीयों ने खूब खरीदे पेट्रोल-डीजल, क्या है धड़ाधड़ खरीदारी का कारण

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मुंबई,02 मई 2025 : अप्रैल 2025 में भारत में लोगों ने जमकर पेट्रोल -डीजल पर पैसा उड़ाया है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अप्रैल के महीने में भारत में पेट्रोल और डीजल की बिक्री में तेजी दर्ज की गई है, जिससे देश की ऊर्जा खपत के रुझानों में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत मिलता है. पेट्रोल की बिक्री में 4.6% और डीजल की बिक्री में 4% की सालाना बढ़ोतरी हुई है, जो पिछले महीनों की तुलना में अधिक है. मार्च 2025 में पेट्रोल की बिक्री में 5.3% और डीजल की बिक्री में केवल 0.9% की वृद्धि हुई थी.

डीजल की मांग में उछाल
डीजल की बिक्री में 4% की बढ़ोतरी हुई है क्योंकि वित्त वर्ष 2024-25 में डीजल की कुल बिक्री में केवल 2% की वृद्धि हुई थी. यह वृद्धि मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र में गतिविधियों और परिवहन आवश्यकताओं में वृद्धि के कारण हुई है. खरीफ फसल की कटाई और परिवहन के लिए ट्रैक्टर और ट्रकों के उपयोग में वृद्धि ने डीजल की मांग को बढ़ावा दिया है.

पेट्रोल की स्थिर मांग
पेट्रोल की बिक्री में 4.6% की वृद्धि दर्ज की गई, जो पिछले महीने की तुलना में थोड़ी कम है. यह वृद्धि व्यक्तिगत वाहनों के उपयोग में वृद्धि और गर्मियों के मौसम में यात्रा की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण हुई है. हालांकि, पेट्रोल की मांग में यह वृद्धि अपेक्षित थी और यह दर्शाती है कि व्यक्तिगत वाहन उपयोगकर्ताओं की संख्या में स्थिर वृद्धि हो रही है.

ATF खरीद ने भी तोडा रिकॉर्ड
अप्रैल में एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की बिक्री में 3.2% और एलपीजी की बिक्री में 6.7% की वृद्धि हुई है. हालांकि, ATF की बिक्री में यह वृद्धि पिछले वर्ष की औसत 8.9% वृद्धि की तुलना में कम है, जो हवाई यातायात में मंदी का संकेत देती है .

अप्रैल 2025 में पेट्रोल और डीजल की बिक्री में हुई वृद्धि भारत की ऊर्जा खपत के बदलते रुझानों को दर्शाती है. कृषि और परिवहन क्षेत्रों में गतिविधियों की वृद्धि ने डीजल की मांग को बढ़ाया है, जबकि व्यक्तिगत वाहनों के उपयोग में वृद्धि ने पेट्रोल की बिक्री को स्थिर रखा है. यह रुझान भविष्य में ऊर्जा नीति और ईंधन वितरण रणनीतियों के लिए महत्वपूर्ण संकेत प्रदान करता है.

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