नई दिल्ली,11जून 2025 : भारतीय रेलवे का का इस्तेमाल हम सभी अपनी यात्रा को आसान और सुलभ बनाने के लिए करते है। इसी बीच भारतीय रेलवे ने एक नई पहल शुरुआत की है। जिससे अब वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलने वाली है। अब ट्रेन का चार्ट यात्रा से 24 घंटे पहले तैयार किया जाएगा, जबकि अभी तक यह केवल ढाई से चार घंटे पहले बनता था। इससे यात्रियों को अपनी यात्रा को लेकर जल्दी जानकारी मिल सकेगी और उनके पास यात्रा के दूसरे विकल्प चुनने का समय भी होगा। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
बीकानेर से शुरू हुआ प्रयोग, दिखा अच्छा असर : आपको बता दें कि रेलवे ने इस योजना को बीकानेर डिवीजन में प्रयोग के तौर पर शुरू किया है। 6 जून से एक ट्रेन में इस प्रणाली को लागू किया गया, और सिर्फ चार दिनों में इसका सकारात्मक असर देखने को मिला है। इस प्रयोग से यात्री भी संतुष्ट हैं क्योंकि अब उन्हें टिकट कन्फर्म होगा या नहीं, इसका पता पहले से चल जाता है।
वेटिंग लिस्ट वालों को होगा ज्यादा फायदा : इस पूरे मामले को देखते हुए रेलवे का कहना है कि कुछ ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट की संख्या 300 से 400 तक पहुंच जाती है। ऐसे में बहुत सारे यात्रियों को यात्रा नहीं मिल पाती और उन्हें रिग्रेट स्टेटस का सामना करना पड़ता है। अगर चार्ट एक दिन पहले बन जाए, तो रेलवे के पास यह जानने का समय होगा कि किस ट्रेन में भीड़ ज्यादा है और क्या उस रूट पर क्लोन ट्रेन चलानी चाहिए या नहीं।
यात्रियों को मिलेंगे दूसरे विकल्प : अभी तक चार्ट आखिरी वक्त में बनने की वजह से यात्रियों को फ्लाइट या बस जैसे अन्य विकल्पों का सहारा लेने का मौका नहीं मिल पाता था। लेकिन अगर चार्ट एक दिन पहले बनता है, तो यात्री अपने टिकट की स्थिति जानकर समय रहते दूसरी यात्रा योजना बना सकते हैं।
रेलवे को भी प्लानिंग में आसानी : यह नया सिस्टम रेलवे के लिए भी फायदेमंद होगा। जब चार्ट आखिरी वक्त में बनता है, तो रेलवे के पास अतिरिक्त कोच लगाने या दूसरी ट्रेन चलाने के लिए ज्यादा समय नहीं होता। लेकिन 24 घंटे पहले चार्ट बनने से रेलवे अग्रिम योजना बना सकेगा और अधिक यात्रियों को यात्रा का मौका मिल सकेगा।
देश के अन्य हिस्सों में भी होगा विस्तार: रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह प्रणाली केवल बीकानेर तक सीमित नहीं रहेगी। अब इसे देश के दूसरे व्यस्त रूट्स पर भी लागू किया जाएगा। इनमें दिल्ली से उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और यूपी-बिहार से महाराष्ट्र और गुजरात की ओर जाने वाली ट्रेनों को प्राथमिकता दी जाएगी। इन रूट्स पर वेटिंग लिस्ट अक्सर बहुत लंबी होती है।
तत्काल टिकट के नियमों में कोई बदलाव नहीं: इस नए सिस्टम से यात्रियों को राहत जरूर मिलेगी, लेकिन तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। यात्रियों को तत्काल टिकट उन्हीं मौजूदा नियमों के आधार पर मिलेगा जैसे अब तक मिलता आया है।
आखिरी वक्त पर टिकट कैंसिल करने वालों पर नजर : रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बहुत सारे यात्री अंतिम समय पर टिकट रद्द कराते हैं, जिससे सीटें खाली हो जाती हैं। अगर चार्ट पहले बनता है, तो रेलवे को यात्रियों की सही संख्या पहले से पता चलेगी और वह उसी अनुसार सीटें या ट्रेनें प्लान कर सकेगा।
रेल मंत्री के सामने रखा गया था प्रस्ताव : यह प्रस्ताव 21 मई को बीकानेर दौरे पर आए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने रखा गया था। अधिकारियों ने उन्हें समझाया कि यह पहल रेलवे और यात्रियों दोनों के लिए फायदेमंद होगी। रेल मंत्री ने इस सुझाव को सराहा और इसे तुरंत लागू करने के लिए हामी भर दी। यह नई पहल यात्रियों के लिए बेहद राहत देने वाली साबित हो सकती है। इससे उन्हें यात्रा से पहले टिकट की स्थिति का पता चलेगा और विकल्पों की योजना बनाने का मौका मिलेगा। रेलवे को भी अपनी सेवाओं को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने का समय मिलेगा। यदि यह प्रयोग सफल रहा, तो पूरे देश में इसका विस्तार किया जाएगा।