Vedant Samachar

UPI ट्रांजैक्शनों में भारत ने बनाया नया रिकॉर्ड, मई 2025 के आंकड़े जानकर हो जाएंगे हैरान

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नई दिल्ली,03जून 2025 : भारत के UPI सिस्टम की तूती पहले ही दुनियाभर में बोलती है। वहीं मई महीने में UPI के जरिए हुए ट्रांजेक्शंस ने भारत का डंका एक बार फिर बजा दिया है। दरअसल पिछले महीने UPI ने ट्रांजेक्शन और ट्रांजेक्शन की कुल वैल्यू के मामले में ऑल टाइम हाई नंबर्स को छुआ है। NPCI के डेटा के मुताबिक मई में UPI के जरिए 18.68 बिलियन ट्रांजेक्शन किए गए। इसके अलावा ट्रांजेक्शंस की कुल वैल्यू का आंकड़ा भी 25 ट्रिलियन को छू गया। अप्रैल के मुकाबले मई में ट्रांजेक्शन के मामले मे 4% की वृद्धि देखने को मिली। वहीं वैल्यू के मामले में यह वृद्धि 5% रही।

पिछले साल से कितनी वृद्धि?

नंबर्स के हिसाब से पिछले साल की समान अवधि की तुलना में मई 2025 में लेनदेन 33% बढ़ा है, जबकि वैल्यू के हिसाब से 23 प्रतिशत वृद्धि हुई है। इस साल मई में रोजाना लेनदेन के नंबर्स भी बढ़कर 60.2 करोड़ हो गए, जो अप्रैल में 59.6 करोड़ थे। वैल्यू के हिसाब से देखें तो यह अप्रैल के रोजाना 79,831 करोड़ रुपये से बढ़कर मई में 81,106 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

खामियों के बावजूद वृद्धि

इस वृद्धि के साथ-साथ गौर करने वाली बात यह है कि पिछले कुछ महीने से UPI में आई तकनीकि खामियों के चलते ट्रांजेक्शंस पर असर पड़ा था। इस पर NPCI ने जानकारी दी थी कि कुछ बैंकों के द्वारा “चेक ट्रांजेक्शन” API का ज्यादा इस्तेमाल किया था। इससे सिस्टम पर लोड बढ़ा और वह धीमा हुआ। ताजा आंकड़ों के मुताबिक फोनपे और गूगल पे अभी भी UPI मार्केट के 80% हिस्से पर कब्जा किए हुए है। वहीं क्रेड, नवी और भीम जैसे ऐप कैशबैक ऑफर्स के लिए अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

सरकार है सपोर्ट

UPI को लेकर सरकार लगातार अपना सपोर्ट दे रही है। सरकार की ओर से UPI को बढ़ावा देने के लिए 1500 करोड़ रुपये की योजना भी बनाई गई है। हालांकि फिनटेक कंपनियों ने इस फंड को भी नाकाफी बताया है। पहले भी पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया ने भी बड़े व्यापारियों के लिए UPI पर 0.3% MDR और रुपे डेबिट कार्ड पर मामूली MDR लागू करने की मांग कर चुका है।

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