नई दिल्ली ,09 मार्च 2025:रवींद्र जडेजा ने इस फाइनल में न्यूजीलैंड के बल्लेबाज टॉम लैथम का विकेट हासिल किया. ये विकेट इसलिए बेहद खास था क्योंकि लगभग 12 साल के लंबे इंतजार के बाद उन्हें ये विकेट मिला. संयोग से पिछला विकेट भी उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में ही मिला था.
न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में टीम इंडिया ने अपने स्पिनर्स के दम पर बेहतरीन वापसी की. तेज गेंदबाजों के खिलाफ बिना किसी परेशानी के अच्छी शुरुआत के बाद वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने विकेटों की झड़ी लगाकर वाहवाही लूटी. मगर इन दोनों के अलावा टीम के सबसे सीनियर स्पिनर रवींद्र जडेजा ने भी अपना कमाल दिखाया और 12 साल से चले आ रहे अपने इंतजार को भी खत्म किया. जी हां, लगभग 12 साल के बाद रवींद्र जडेजा ने आईसीसी फाइनल में विकेट हासिल किया.
12 साल बाद जडेजा को मिला विकेट
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में इस फाइनल में न्यूजीलैंड ने पहले बैटिंग करते हुए 75 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे. ऐसे वक्त में टॉम लैथम और डैरिल मिचेल एक दमदार साझेदारी बनाते हुए दिख रहे थे. उन्होंने टीम को 100 रन के पार पहुंचा दिया था. ऐसे वक्त में भारत को विकेट की जरूरत थी और ये काम किया बाएं हाथ के स्पिनर जडेजा ने. पारी के 24वें ओवर में जडेजा ने अनुभवी बल्लेबाज लैथम को LBW आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया.
ये न्यूजीलैंड की पारी का चौथा विकेट था लेकिन जडेजा के लिए तो 12 साल बाद आया हुआ विकेट था. जी हां, टीम इंडिया के लिए पिछले करीब 13-14 साल से खेल रहे जडेजा ने पिछले 12 साल में किसी भी आईसीसी इवेंट के फाइनल में कोई विकेट नहीं लिया था. टी20 वर्ल्ड कप 2024, वनडे वर्ल्ड कप 2023, चैंपियंस ट्रॉफी 2017 और उससे पहले टी20 वर्ल्ड कप 2014 के फाइनल में जडेजा विकेट नहीं हासिल कर सके थे. संयोग से उनका पिछला विकेट चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के फाइनल में आया था, जिसे टीम इंडिया ने जीता था और वो प्लेयर ऑफ द मैच बने थे.
8 दिन में दूसरी बार शिकार
सिर्फ इतना ही नहीं, जडेजा ने टॉम लैथम को 8 दिन के अंदर दूसरी बार आउट किया. इससे पहले 2 मार्च को दोनों टीम के बीच हुए ग्रुप मैच में भी जडेजा ने ही लैथम को अपना शिकार बनाया था. इस टूर्नामेंट में जडेजा का ये पांचवां विकेट था. उनके विकेट की संख्या थोड़ी और बढ़ सकती थी अगर फाइनल में उनकी गेंदों पर कुछ कैच नहीं छोटे होते.
जडेजा से अलग बाकी गेंदबाजों की बात करें तो इस फाइनल को लेकर हर किसी की नजरें वरुण चक्रवर्ती पर थीं, जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप मैच में 5 विकेट लिए थे और फिर सेमीफाइनल में भी बेहतरीन बॉलिंग की थी. वरुण ने निराश भी नहीं किया और जिन्होंने टीम इंडिया को पहली सफलता भी दिलाई. वहीं लगातार आलोचना झेल रहे कुलदीप यादव ने भी 2 बड़े विकेट लेकर न्यूजीलैंड को बैक फुट पर धकेल दिया.