प्रोटीन बढ़ने से किडनी होती है खराब, कैसे पता करें शरीर में ये बढ़ रहा है?

किडनी शरीर का एक अभिन्न अंग है, लेकिन खानपान की गलत आदतें और बिगड़े हुए लाइफस्टाइल के कारण इस ऑर्गन में कई बीमारियां होने लगती है. शरीर में अगर प्रोटीन का लेवल बढ़ता है तो भी किडनी खराब हो सकती है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि प्रोटीन बढ़ने से किडनी क्यों खराब होती है. इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं और इसको कैसे कंट्रोल किया जा सकता है. इस बारे में डॉक्टर ने बताया है.

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में नेफ्रोलॉजी विभाग में डॉ हिमांशु वर्मा बताते हैं कि अगर किसी व्यक्ति के शरीर में प्रोटीन का स्तर बढ़ता है तो इससे किडनी पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे किडनी काम करने की क्षमता पर असर पड़ता है. किडनी की कार्यक्षमता कम होने से गंदे पदार्थों को शरीर से निकालने में परेशानी हो सकती है, जिससे किडनी खराब होती है. आमतौर पर डाइट में अधिक प्रोटीन लेने से ही शरीर में प्रोटीन का लेवल बढ़ता है. यही कारण है कि किडनी खराबी के लक्षण दिखने पर डॉक्टर केएफटी टेस्ट कराने की सलाह देते हैं. जिसमें पता चलता है की शरीर में प्रोटीन का लेवल कितना है.

कितना होना चाहिए शरीर में प्रोटीन का लेवल?
शरीर में प्रोटीन का नॉर्मल लेवल 6.4 से 8.3 ग्राम/डीएल (डेसिलीटर) होता है. लेकिन अगर ये 8.3 ग्राम/डीएल से अधिक है तो इसको हाई प्रोटीन माना जाता है. इससे मांसपेशियों की कमजोरी, थकान, और किडनी की समस्याएं यहां तक की हार्ट डिजीज का भी खतरा रहता है अगर आपको यूरिन में जलन, यूरिन करने में परेशानी, कमर में दर्द और लगातार कमजोरी बनी रहती है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

शरीर में प्रोटीन का लेवल कंट्रोल कैसे करें
शरीर में प्रोटीन का लेवल कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट में अनाज, फल, और सब्जियों का सेवन करें. प्रोटीन की मात्रा को कम करने के लिए अपने आहार में प्रोटीन वाले फूड्स की मात्रा को सीमित करें. अधिक मात्रा में अंडे, मछली और दालें खाने से बचें. नियमित व्यायाम करने से प्रोटीन का लेवल कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है. इसके लिए जरूरी है कि रोज कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइज करें. पर्याप्त पानी का सेवन करने से प्रोटीन का लेवल कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है. रोज कम से कम आठ गिलास पानी पीना जरूरी है.