दुर्ग,08अप्रैल 2025 (वेदांत समाचार)। जिला मुख्यालय दुर्ग के मोहन नगर थानांतर्गत 6 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुई दुराचार व हत्या झकझोर कर रख दिया है। इस अमानवीय घटना पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकॉउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, दुर्ग जिले के उरला में मासूम बच्ची के साथ हुई अमानवीय घटना की जितनी भर्त्सना की जाए, कम है।
यह मानवता को कलंकित करने वाला, सभ्य समाज को गहरा आघात पहुंचाने वाला कृत्य है। ऐसे अपराधियों की समाज में कोई जगह नहीं है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अपराधियों को समय सीमा के भीतर कड़ी से कड़ी सजा मिले। कुछ संदिग्धों को पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ हो रही है। अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गए हैं।
दिवंगत बालिका के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ। ॐ शांति!
बता दें कि जिला मुख्यालय दुर्ग के मोहन नगर थाना क्षेत्र के उरला इलाके की रहने वाली 6 साल की बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजनों ने पुलिस में दर्ज कराई गई थी। बताया गया कि, रविवार सुबह 9 बजे अपनी दादी के घर कन्या भोज के लिए गई थी। इसके बाद से वह घर नहीं लौटी।

पुलिस भी तलाश में जुटी लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चला। इस बीच, शाम 7.30 बजे सूचना मिली कि बच्ची की लाश एक कार में मिली है। ये कार दादी के घर के बाहर ही खड़ी थी। परिजन मौके पर पहुंचे और लाश को डिक्की से बाहर निकाला। इस दौरान बच्ची खून से लहूलुहान मिली। बच्ची बहुत बुरी हालत में कार के अंदर सीट के नीचे पड़ी थी। उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे, चमड़ी उधड़ी हुई थी।
परिजन बच्ची को लेकर दुर्ग जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया।वारदात के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस ने कार मालिक, उसके ड्राइवर समेत 5 लोगों को संदेह आधार पर हिरासत में लिया। इनमें बच्ची का चाचा भी था। इसके बाद आगे की पूछताछ में संदिग्ध में 3 लोग बचे।
पुलिस का कहना है कि, पूछताछ, टेक्निकल सबूत और आरोपी के कबूलनामा से ये पता चला कि आरोपी बच्ची का ही चाचा है।