कोरबा, 25 अप्रैल । इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में टाइम मैनेजमेंट विषय पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं ने भाग लिया। वर्कशॉप में मुख्य रूप से रिसोर्स पर्सन के रूप में श्रीमति दिव्या मिश्रा उपस्थित थी, जिन्होंने समय के महत्व, समय के सदुपयोग और जीवन में समय के कुशल प्रबंधन पर विशेष व्याख्यान दिए। प्रोजेक्टर के माध्यम से अलग-अलग चित्रों के द्वारा अपने व्याख्यान को प्रभावशाली बनाने में रिसोर्स पर्सन श्रीमती दिव्या मिश्रा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं अनवरत अपने विभिन्न शंकाओं का समाधान भी पाते रहे। समय प्रबंधन के बारे में बताते हुए रिसोर्स पर्सन ने कहा कि हम यदि समय के प्रबंधन में कुशल हो गए तो हमें कक्षा में भी पढ़ाते समय क्लासरूम मैनेजमेंट करने में कोई परेशानी नहीं आएगी सर्वप्रथम हमें बच्चों की मानसिकता को समझना होगा । एक स्वस्थ वातावरण पढ़ने और पढ़ाने के लिए निर्मित करना होगा। इसके लिए आवश्यक है हम कक्षा का प्रबंधन कैसे करते हैं, और साथ ही साथ दिए गए कालखंड में समय को कैसे नियोजित करते हैं।इस कार्यशाला में विद्यालय के शिक्षक श्री देवासीस परीदा,यादवेंद्र सिंह,अनम अंसारी,खुशबू परवीन,अलका वैष्णव,रुमकी हालदार, मधुचंदा पात्रा, अजीता सिंह ,सीमा कौर मौसमी बिस्वास आदि शिक्षक -शिक्षिकाओं सहित अन्य स्टाफ मौजूद थे।

रिसोर्स पर्सन श्रीमती दिव्या मिश्रा ने बहुत ही प्रभावित ढंग से समय प्रबंधन एवं समय के महत्व को शिक्षकों के मध्य स्पष्ट किया।
श्रीमती दिव्या मिश्रा ट्रेनर (हार्पर कॉलिंस) ने कहा कि प्रभावी समय प्रबंधन के लिए प्राथमिकता निर्धारण, लक्ष्य निर्धारण, योजना बनाना, समय ब्लॉक करना और ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। ये तत्व आपके कार्यों को संरचित करने, लक्ष्यों के साथ प्रयासों को संरेखित करने और विकर्षणों को कम करते हुए उत्पादकता को अधिकतम करने में मदद करते हैं।प्रबंधन के 14 सिद्धांत जो हर लीडर को पता होने चाहिए।
वे कार्य विभाजन, अधिकार और जिम्मेदारी, अनुशासन, आदेश की एकता, निर्देश की एकता, व्यक्तिगत हितों को सामान्य हितों के अधीन करना, पारिश्रमिक, केंद्रीकरण, स्केलर चेन, व्यवस्था, समानता, कर्मियों के कार्यकाल की स्थिरता, पहल और टीम भावना । याद रहे यदि हम समय को वेस्ट करेंगे तो समय हमें वेस्ट कर देगा इसे हमें कभी नहीं भूलना चाहिए।

प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने कहा कि समय योजना का मतलब है किसी कार्य या गतिविधि को करने के लिए एक पहले से निर्धारित समय सीमा या शेड्यूल बनाना। यह समय को कुशलता से उपयोग करने और कार्यों को व्यवस्थित रूप से पूरा करने में मदद करता है। योजना बनाने से आप कार्यों को प्राथमिकता दे सकते हैं और समय को प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकते हैं, जिससे आपकी उत्पादकता बढ़ती है।आपको महत्वहीन कामों पर समय कम करने और महत्वपूर्ण कामों पर समय बढ़ाने की अनुमति देते हैं। अच्छा समय प्रबंधन आपको उच्चतर प्रदर्शन और उत्पादकता प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। जब आप कड़ी मेहनत नहीं, बल्कि समझदारी से काम करते हैं, तो आप कम समय में कम प्रयास में बेहतर परिणाम प्राप्त करते हैं। एक अध्यापक होने के नाते समय प्रबंधन हमारे लिए अति महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि हमें तय समय पर अपने पूरे शर्तों को और चुनौतियों को पूरा करना होता है। टाइम मैनेजमेंट एक शिक्षक और शिक्षण कार्य दोनों के लिए अति महत्वपूर्ण है। इसके बिना शिक्षण कार्य का 100% लक्ष्य तक पहुंचना असंभव है।