डायबिटीज़ एक ऐसी बीमारी है जिसमें खानपान, दवा और समय का बहुत ध्यान रखना पड़ता है. अगर आपको सुबह खाली पेट ब्लड शुगर टेस्ट कराना है तो एक बड़ा सवाल ये होता है कि क्या रात को ली जाने वाली दवा लेनी चाहिए या नहीं. इसको लेकर बहुत से लोग कन्फ्यूज रहते हैं. डायबिटिक मरीज इस संशय में रहते हैं कि अगर दवा ले लेंगे तो शुगर लेवल कम आ सकता है और अगर नहीं लेते हैं तो शुगर का लेवल बढ़ सकता है या रिपोर्ट पर असर पड़ सकता है. ऐसे में सही जानकारी होना बहुत जरूरी है ताकि टेस्ट सही आ सके. आइए डॉक्टर से जानते हैं टेस्ट करवाने से पहले दवा लेनी चाहिए या नहीं.
हेल्थलाइन के मुताबिक,अगर आप रोज डायबिटीज की दवा लेते हैं, खासकर रात को सोने से पहले, तो उसे बिना डॉक्टर की सलाह के बंद नहीं करना चाहिए. दवा छोड़ने से रात के समय शुगर का स्तर बहुत बढ़ सकता है या कुछ मामलों में अचानक कम भी हो सकता है, जो खतरनाक हो सकता है. इसलिए टेस्ट के चक्कर में अपनी नियमित दवा बंद करना सही नहीं है.
टेस्ट का उद्देश्य क्या है
देश की एक बड़ी लैब के एमडी और पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. समीर भाटी बताते हैं किजब भी फास्टिंग ब्लड शुगर या फास्टिंग प्लाज्मा ग्लूकोज (FPG) टेस्ट किया जाता है, तो इसका उद्देश्य ये जानना होता है कि दवा के बावजूद आपके शरीर में शुगर का स्तर सुबह कैसा रहता है. इसलिए अगर आप दवा छोड़ देंगे, तो टेस्ट का मतलब ही खत्म हो जाएगा. सही इलाज के लिए जरूरी है कि आप अपनी रूटीन दवा लें और उसी आधार पर टेस्ट करवाएं.
किस समय कराना चाहिए टेस्ट?
डॉ. भाटी बताते हैं किफास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट सुबह 8 से 10 घंटे उपवास के बाद किया जाता है. यानी रात का खाना खाने के बाद कुछ नहीं खाना होता, केवल पानी पी सकते हैं. आमतौर पर ये टेस्ट सुबह 7 से 9 बजे के बीच करवाना सही होता है. इस दौरान आपकी शुगर का नेचुरल लेवल पता चलता है.
इंसुलिन लेने वालों को क्या करना चाहिए?
अगर आप इंसुलिन लेते हैं, तो यह और भी जरूरी हो जाता है कि बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी डोज को मिस न करें. कुछ इंसुलिन रात में दी जाती है ताकि रात में शुगर कंट्रोल में रहे. इसे अचानक छोड़ने से हाइपरग्लाइसीमिया (शुगर बहुत बढ़ जाना) या हाइपोग्लाइसीमिया (शुगर बहुत गिर जाना) हो सकता है.
डॉक्टर की सलाह जरूरी
हर मरीज की स्थिति अलग होती है. किसी की शुगर ज्यादा होती है, किसी की कंट्रोल में होती है, तो किसी को दवा के साथ-साथ इंसुलिन भी दी जाती है. इसलिए ये फैसला डॉक्टर ही सही तरीके से ले सकता है कि टेस्ट से पहले दवा लेनी है या नहीं. खुद से अनुमान लगाकर दवा छोड़ना नुकसानदायक हो सकता है. आपको सुबह शुगर टेस्ट कराना है, तो रात की दवा छोड़ने की गलती न करें. हमेशा अपनी सामान्य दिनचर्या और दवाएं जारी रखें, ताकि टेस्ट रिपोर्ट सही आए और डॉक्टर सही इलाज कर सकें.