भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल हुआ रद्द, तो कौन बनेगा चैंपियन? ये है ICC का खास नियम

नई दिल्ली ,06 मार्च 2025 : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मैच 9 मार्च को दुबई में भारत और न्यूजीलैंड की टीमें के बीच खेला जाएगा. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर किसी वजह से मैच रद्द होता है तो कौन सी टीम चैंपियन बनेगी. इसके लिए आईसीसी ने एक खास नियम बना रहा है.

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का सबसे बड़ा मैच यानी फाइनल 9 मार्च को दुबई के दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा. इस मुकाबले में भारत और न्यूजीलैंड की टीमें आमने-सामने होंगी. इस एडिशन में ये इन दोनों टीमों के बीच दूसरी टक्कर होगी. इससे पहले ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच भी इन दोनों टीमों के बीच खेला गया था, जहां भारत ने बाजी मारी थी. हालांकि इस मुकाबले में दोनों ही टीमों पर दबाव रहने वाला है, क्योंकि दांव पर ट्रॉफी है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर किसी वजह से मैच रद्द होता है तो कौन सी टीम चैंपियन बनेगी.

फाइनल हुआ रद्द तो कौन बनेगा चैंपियन?


चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अभी तक 3 मैच बारिश में धुले हैं. लेकिन नॉकआउट मैचों में आईसीसी की कोशिश हर हाल में नतीजा निकालने पर रहती है, जिसके लिए ग्रुप स्टेज के मुकाबले कुछ अलग नियम बनाए गए हैं. आईसीसी ने इस बार दोनों सेमीफाइनल मैच के लिए रिजर्व डे रखा था और फाइनल के लिए भी रिजर्व डे है. यानी ये मैच 9 मार्च को पूरा नहीं होता है तो 10 मार्च को भी मुकाबला खेला जाएगा. लेकिन खेल को तय दिन पर ही खत्म करने की पूरी कोशिश की जाएगी. अगर ऐसा संभव नहीं हुआ तो रिजर्व डे पर मैच वहीं से शुरू होगा जहां से रोका जाएगा.

दूसरी ओर सेमीफाइनल में ये नियम था कि मैच अगर रद्द होता है तो ग्रुप स्टेज की टॉप टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लेगी. लेकिन फाइनल में ऐसा देखने को नहीं मिलेगा. अगर फाइनल बारिश या किसी भी वजह से रद्द हो जाता है, तो ट्रॉफी साझा की जाएगी. यानी दोनों टीमों को संयुक्त रूप से चैंपियन माना जाएगा. वहीं, नतीजा निकालने के लिए डकवर्थ लुईस नियम का इस्तेमाल भी किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए भी कम से कम 25-25 ओवर का मैच होगा जरूरी है.

क्या कभी रद्द हुआ है चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल?


बता दें, चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत साल 1998 में हुई थी और अभी तक सिर्फ एक बार ही ऐसा हुआ है जब फाइनल मैच रद्द हुआ है. दरअसल, 2002 चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मैच भारत और मेजबान श्रीलंका के बीच खेला जाना था. लेकिन बारिश के चलते ये मैच नहीं खेला जा सकता था और दोनों टीमों के बीच ट्रॉफी साझा की थी. उस समय भी फाइनल में रिजर्व डे रखा गया था, लेकिन तब रिजर्व डे पर खेल शुरुआत से खेला जाता था.