भारत में कितना बड़ा है सोने का भंडार, देश के पास है कितना गोल्ड

नई दिल्ली ,01 अप्रैल 2025: सोना हर किसी को पसंद है और यह हमेशा से ही सबसे भरोसेमंद संपत्ति माना जाता है. किसी भी देश की आर्थिक स्थिति उसके सोने के भंडार पर भी निर्भर करती है. कागजी मुद्रा की कीमत कई वजह से घट नहीं तो बढ़ सकती है. लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में सोने के भंडार कितना है? भारत में सोने के प्रति जुनून सिर्फ़ सांस्कृतिक नहीं है यह परंपरा में छिपी आर्थिक शक्ति भी है. विरासत के गहनों से लेकर आपातकालीन बचत तक, देश भर के परिवारों के पास लगभग 25,000 टन सोना है, जिससे भारतीय परिवार दुनिया में सोने के सबसे बड़े निजी मालिक बन गए हैं.

महिलाओं के लिए वित्तीय सेफ्टी


यह खजाना सिर्फ़ सजावटी नहीं है यह एक रणनीतिक ढाल है, जो वित्तीय सेफ्टी और सशक्तिकरण की भावना भी प्रदान करता है खासकर महिलाओं के लिए और जैसे-जैसे सोने की कीमतें बढ़ती हैं, यह विरासत तेज़ी से वास्तविक संपत्ति में तब्दील होती जा रही है. सोने का इस्तेमाल पहले के समय से ही पैसे के रूप में होता आया है. इसलिए इसे महंगाई से बचने और आर्थिक संकट के समय में सुरक्षित निवेश भी माना जाता है. यह सिर्फ एक कीमती धातु नहीं है. यह दुनिया के वित्तीय सिस्टम का एक जरूरी हिस्सा है.

9 महीनों में 400 बिलियन डॉलर


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय परिवारों ने केवल एक साल में सोने के माध्यम से 750 बिलियन डॉलर की संपत्ति में बढ़ोतरी देखी है.सितंबर 2024 में सोने की रिकॉर्ड कीमत 75,549 रुपए प्रति 10 ग्राम पर, यह राशि लगभग 188.9 लाख करोड़ रुपए के बराबर होगी, जिसका मूल्यांकन 220 लाख करोड़ रुपए के करीब होगा.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कीमतों में भारी उछाल आया है. वित्त वर्ष 2025 में सोने की कीमत 35 प्रतिशत से बढ़कर अप्रैल 2024 में 68,420 रुपए से मार्च 2025 तक 92,150 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है. मात्र नौ महीनों में 400 बिलियन डॉलर की संपत्ति में बढ़ोतरी.