- पं.रविशंकर शुक्ल नगर कपिलेश्वरनाथ मंदिर प्रांगण में संगीतमय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह में छठवें दिन रुक्मणी-कृष्ण विवाह की निकली भव्य बारात, झूमे श्रोता …
कोरबा, 23 मार्च (वेदांत समाचार)। प्रेम के सागर माधव को केवल ज्ञान प्रिय नहीं ,उन्हें प्रेम युक्त ज्ञान प्रिय है। ठीक उसी भांति जैसे सत्य बोलो पर मीठा बोलो। प्रेम युक्त ज्ञान के प्रभाव से महज दो दिनों के लिए गोपियों को ज्ञान ,यथार्थ की शिक्षा देने गए उद्धव जी का सूखा ज्ञान प्रेम में बदल गया। और वे 6 मास गोपियों के बीच रहकर प्रेम युक्त ज्ञान लेकर योगेश्वर द्वारिकाधीश के पास लौटे।
उक्त बातें श्री धाम वृंदावन (मथुरा)से पधारे पंडित श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री “ब्रजवासी जी पंडित रविशंकर शुक्लनगर स्थित कपिलेश्वरनाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित संगीतमय श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के छठवें दिवस शनिवार को आयोजित उद्धव गोपी संवाद कथा प्रसंग के दौरान कही।
आचार्य श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री ने उपस्थित श्रोताओं को आगे कथा श्रवण कराते हुए बताया कि जब गोपियों को ज्ञान की शिक्षा देने गए ब्रम्हज्ञानी उद्धव जी ने जब गोपियों से कहा कि भगवान कृष्ण साधारण नहीं परमयोगी हैं। आप जीवन में योग करें। उद्धव जी के इस वचन को सुनकर गोपियों ने कहा कि आखिर हम योग करें तो किसके लिए ,एक मन था उसे तो कन्हैया ले गया,दूसरा मन ही नहीं रहा हमारे पास। आचार्य श्री गौड़ शास्त्री ने उपस्थित श्रोताओं को बताया कि सनातन खतरे में है,हमें राम दरबार इतनी आसानी से नहीं मिला इसके लिए कितनी कुर्बानियां देनी पड़ी । अतः सभी सनातनियों से व्यासपीठ से आव्हान किया कि सनातन की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें। हर सनातनियों के घर में सुरक्षा ,आत्मरक्षा के लिहाज से एक एक हथियार,लाठी डंडे होने चाहिए।
आचार्य श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री ने गौ वंश पर हो रहे अत्याचार से जुड़ी घटनाओं पर कड़ी चिंता जाहिर कर कहा कि सम्मान पाने के लिए सम्मान देना जरूरी है। उन्होंने कथा के महत्व को उपस्थित श्रोताओं से साझा करते हुए कहा कि कथा ऐसे आचार्यों से कराएं जो आपके ,व आपके बच्चों के जीवन में सनातनी मूल्यों को प्रस्फुटित कर जीवन को नई दिशा दे सकें।
कथा के सातवें दिवस 23 मार्च को सुदामा चरित्र ,कुरुक्षेत्र में राधा-कृष्ण का मिलन ,भगवान शुकदेव विदाई एवं व्यास पूजन होगा। आठवें दिवस 24 मार्च को हवन ,पूर्णाहुति व प्रसाद वितरण के साथ पावन धार्मिक आयोजन का समापन होगा।


रुक्मणी -कृष्ण के विवाह में जमकर नाचे बाराती -घराती, मनोहारी छवि ने मोहा मन
कथा के छठवें दिवस रुक्मणी -कृष्ण के विवाह के पावन अवसर पर शानदार झांकी निकाली गई। विधि विधान से भगवान कृष्ण की बारात निकली।जिसमें नगर के भक्तगण बाराती बने । बैंड,गाजे -बाजे आतिशबाजी के साथ बाराती बने युवतियों स्त्री ,पुरुषों का समूह भगवान कृष्ण की वेशधारी के साथ नाचते गाते विवाह स्थल कथा प्रांगण पहुंचा। जहाँ कपिलेश्वरनाथ महिला मंडल की अध्यक्ष सुधा झा की अगुवाई में समूह की महिलाओं ने घराती पक्ष की भूमिका का निर्वहन करते हुए स्वागत अभिनंदन किया।प्रमुख यजमान समेत अन्य श्रद्धालुओं ने रुक्मणी कृष्ण की आरती कर आशीर्वाद लिया।


शामिल हुईं महापौर ,मांग पर कथा स्थल से ही कर दी 15 लाख के विकास कार्यों की स्वीकृति की घोषणा ,आचार्य बोले आपमें श्रेष्ठ शासक के गुण ,बजी तालियां
छठवें दिन शनिवार को कथा श्रवण करने महापौर संजू देवी राजपूत ,भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा ,एसीएन न्यूज के संपादक कमलेश यादव ,प्रखर समाचार के कोरबा ब्यूरो प्रमुख भुवनेश्वर महतो ने भी कथा स्थल पहुंचकर श्रोताओं के बीच बैठकर कथा श्रवण किया। महापौर संजू देवी राजपूत को आयोजक कपिलेश्वर नाथ महिला मण्डल की अध्यक्ष ने मंदिर विकास के महत्वपूर्ण कार्यों की आवश्यकता बताई। जिस पर महाहौर संजू देवी राजपूत ने आचार्य श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री का आशीर्वाद लेने के उपरांत कथा स्थल में ही 15 से 20 लाख के विकास कार्यों को इसी वर्ष स्वीकृत कराए जाने की घोषणा की। जिस पर आचार्य श्री कृष्ण गौड़ शास्त्री जी भी महापौर की इस सेवाभावना के कायल हो गए। उन्होंने कथा के बीच ही महापौर संजू देवी राजपूत की मुक्त कंठ से प्रसंशा करते हुए कहा कि श्रेष्ठ शासक के यही गुण होते हैं। वे विकास कार्य खासकर धर्म के कार्यों को भविष्य के लिए नहीं टालते,धार्मिक कार्यों में सहभागिता के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने महापौर राजनीति के क्षेत्र में ऐसे ही प्रदेश में आगे बढ़ते हुए जनकल्याण ,धार्मिक कार्यों के प्रति सदैव अग्रणी रहने का आशीष दिया। महापौर संजू देवी राजपूत ने कथा श्रवण कराने पहुंचे जनता को उन्हें प्रचंड मतों से महापौर के पद पर जिताकर जनसेवा का अवसर देने के लिए आभार जताते हुए नगर के सर्वांगीण विकास की प्रतिबद्धता दोहराई।