बिलासपुर,02 मई 2025(वेदांत समाचार)। अपोलो अस्पताल में हुए एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव को गिरफ्तार किया है, जो अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग में कार्यरत था।
डॉक्टर के पास डीएम कार्डियोलॉजी की डिग्री फर्जी थी और छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल में उनका पंजीकरण नहीं था। इसके बावजूद, उन्होंने अस्पताल में एंजियोप्लास्टी जैसे गंभीर ऑपरेशन किए।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विधायक पंडित स्व राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई थी। उनके पुत्र डॉ प्रदीप शुक्ला ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस ने इस मामले में डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ अपराध क्रमांक 563/2025 दर्ज किया है। डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
अस्पताल प्रबंधन पर भी शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है। दोषियों को कठोरतम दंड दिलाने के लिए कार्यवाही की जा रही है। पुलिस द्वारा क्रूरतम अपराधिक मानव वध का मामला मानकर प्रत्येक बिंदु पर वैधानिक पहलुओं का ध्यान रखते हुए कार्यवाही किया जा रहा है।
इस मामले में अस्पताल के अन्य मरीजों की जांच भी की जा रही है, जिनका इलाज फर्जी डॉक्टर द्वारा किया गया था। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि फर्जी डॉक्टर ने कितने मरीजों का इलाज किया और कितने मरीजों की मौत हुई।
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि फर्जी डॉक्टर ने अपने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके अस्पताल में नौकरी हासिल की थी। अब पुलिस अस्पताल के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच कर रही है, जिन्होंने फर्जी डॉक्टर को नौकरी दी थी।