रायपुर, 07 मई (वेदांत समाचार)। भारत निर्वाचन आयोग ने तमिलनाडु और पुडुचेरी के क्षेत्र स्तर के निर्वाचन कर्मियों को तमिल भाषा में प्रशिक्षण देने का एक अभूतपूर्व कदम उठाया है। दिल्ली स्थित IIIDEM में आयोजित इस मिश्रित बैच प्रशिक्षण कार्यक्रम में 293 प्रतिभागी शामिल हैं, जिनमें 264 बीएलओ सुपरवाइजर, 14 ईआरओ, 2 डीईओ और अन्य अधिकारी शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) श्री ज्ञानेश कुमार ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि बीएलओ, भारत निर्वाचन आयोग और मतदाताओं के बीच पहला संपर्क होते हैं और वे सही एवं अद्यतन मतदाता सूचियों को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अब तक लगभग 2,300 प्रतिभागियों ने पिछले कुछ हफ्तों में IIIDEM में आयोजित गहन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से लाभ प्राप्त किया है। यह दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम, देश में अगले कुछ वर्षों में एक लाख से अधिक बीएलओ को प्रशिक्षण देने की व्यापक योजना के अनुरूप है।
बीएलओ पर्यवेक्षकों को संवादात्मक सत्रों और भूमिका-नाटकों के माध्यम से विभिन्न फॉर्मों (फॉर्म 6, 7 और 8) को सही ढंग से भरने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस मॉड्यूल में आईटी समाधानों के उपयोग में व्यावहारिक प्रशिक्षण भी शामिल है। इन बीएलओ पर्यवेक्षकों को विधानसभा स्तरीय मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जा रहा है ताकि वे अन्य बीएलओ को प्रशिक्षण दे सकें।
प्रतिभागियों को अंतिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूची के विरुद्ध पहली और दूसरी अपील की प्रक्रियाओं से भी परिचित कराया गया, जिनमें पहली अपील जिला मजिस्ट्रेट (या समकक्ष अधिकारी) के पास आरपी अधिनियम 1950 की धारा 24(क) के अंतर्गत और दूसरी अपील राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के पास धारा 24(ख) के अंतर्गत की जा सकती है।
यह उल्लेखनीय है कि 6 से 10 जनवरी 2025 के दौरान विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SSR) प्रक्रिया के पश्चात तमिलनाडु और पुडुचेरी से कोई अपील दाखिल नहीं की गई थी।