Vedant Samachar

नारियल पानी पीने से बुजुर्ग की मौत! इस गलती की वजह से गंवाई जान, मेडिकल रिपोर्ट देख डॉक्टर भी हैरान…

Lalima Shukla
3 Min Read

नारियल पानी को अक्सर एक प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक पेय के रूप में देखा जाता है, लेकिन डेनमार्क में घटी एक दुर्लभ और दुखद घटना ने इसकी खराब स्थिति में पीने के खतरों को उजागर कर दिया है. 69 वर्षीय एक बुजुर्ग की मौत केवल थोड़ी सी मात्रा में खराब नारियल पानी पीने से हो गई.

यह मामला प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल Emerging Infectious Diseases में प्रकाशित हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार, व्यक्ति ने एक पहले से छिले हुए नारियल से सीधे स्ट्रॉ के माध्यम से नारियल पानी पीया था. स्वाद खराब लगने पर उन्होंने पीना तुरंत बंद कर दिया, लेकिन तब तक वह थोड़ी मात्रा पी चुके थे. नारियल को खोलने पर उन्होंने अंदर की सतह को चिपचिपा और सड़ा हुआ पाया. गंभीर बात यह रही कि यह नारियल लगभग एक महीने से रसोई की टेबल पर बिना रेफ्रिजरेशन के रखा हुआ था, जबकि सामान्यत: इसे 4°C–5°C तापमान पर फ्रिज में रखना चाहिए.

शारीरिक लक्षण और दुखद अंजाम: कुछ ही घंटों में व्यक्ति को मिचली, उल्टी, अत्यधिक पसीना, भ्रम और संतुलन बनाने में कठिनाई जैसे लक्षण दिखने लगे. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ MRI स्कैन में मस्तिष्क में सूजन पाई गई. डॉक्टरों ने metabolic encephalopathy नामक गंभीर स्थिति की पहचान की, जो मेटाबॉलिज्म के गड़बड़ी से मस्तिष्क को प्रभावित करती है. उपचार के बावजूद, व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने के केवल 26 घंटे बाद ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया.

विशेषज्ञों की चेतावनी: सिंगापुर के खाद्य सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ. सैमुअल चौधरी के अनुसार, एक बार जब नारियल को छील दिया जाता है और उसका सफेद हिस्सा खुला रह जाता है, तो वह तेजी से खराब होने लगता है. ऐसे नारियल को एयरटाइट कंटेनर में बंद कर तुरंत फ्रिज में रखना चाहिए. सामान्य तापमान में यह केवल 3–5 दिनों तक ही सुरक्षित रहता है. यदि उसे फ्रीजर में ठीक से रखा जाए, तो उसकी शेल्फ लाइफ 6 महीने तक बढ़ाई जा सकती है.

क्या सीख मिलती है इस घटना से? यह मामला एक स्पष्ट चेतावनी है कि प्राकृतिक उत्पाद—even जैसे नारियल पानी—भी खराब होने पर जानलेवा हो सकते हैं. उचित भंडारण की लापरवाही किसी के जीवन के लिए घातक बन सकती है. तो अगली बार जब भी आप नारियल पानी पीने जाएं, यह सुनिश्चित कर लें कि वह ताजा और सही ढंग से स्टोर किया गया हो. सेहत के साथ समझौता न करें, चाहे पेय प्राकृतिक ही क्यों न हो.

Share This Article