अहमदाबाद, 7 मई 2025: आज डॉ. प्रीति अदाणी को महाराष्ट्र के वर्धा स्थित दत्ता मेघे इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च (डीम्ड यूनिवर्सिटी) की ओर से डॉक्टर ऑफ साइंस (डी.एससी.) ऑनोरिस कॉज़ा की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
डॉ. प्रीति अदाणी, अदाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं। यह फाउंडेशन अदाणी समूह की सामाजिक कल्याण और विकास शाखा है। अदाणी समूह भारत का सबसे तेज़ी से बढ़ता व्यापार समूह है। यह सम्मान उन्हें डीएमआईएचईआर के माननीय चांसलर दत्ता मेघे द्वारा संस्थान के 16वें दीक्षांत समारोह में दिया गया। इस अवसर पर डॉ. अदाणी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थीं।

सम्मान स्वीकार करते हुए डॉ. अदाणी ने कहा, “मैं डॉक्टरेट की उपाधि को पाकर गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ। यह मेरे उस विश्वास को मजबूत करता है कि ‘सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है।’ मैं ऐसे समाधानों और प्रणालियों के विकास के लिए समर्पित हूं, जो समाज में स्थायी बदलाव लाएं, जरूरतमंदों को सशक्त बनाएं, शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएं बढ़ाएं और समुदायों को आगे लाएं।”
इससे पहले, फरवरी 2020 में उन्हें गुजरात लॉ सोसाइटी यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद द्वारा भी सामाजिक कार्यों में उनके योगदान के लिए मानद डॉक्टरेट से सम्मानित किया गया था। जनवरी 2019 में डॉ. अदाणी को रोटरी क्लब ऑफ पालनपुर, गुजरात द्वारा बनास रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। फरवरी 2022 में उन्हें फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (फ़्लो) अवॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस फॉर सोशल इम्पैक्ट से भी नवाज़ा गया।
डॉ. अदाणी एक क्वालिफाइड डेंटल सर्जन हैं, लेकिन उन्होंने निजी प्रैक्टिस की जगह जनसेवा का रास्ता चुना। 1996 में स्थापित अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से उन्होंने भारत में कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) की परिभाषा ही बदल दी। उनके नेतृत्व में फाउंडेशन ने पांच मुख्य क्षेत्रों में स्थायी बदलाव लाने का कार्य किया है, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण, सतत आजीविका, जलवायु संरक्षण और सामुदायिक विकास शामिल है।
अदाणी फाउंडेशन ने अब तक 21 राज्यों के 6,769 गांवों में 91 लाख से अधिक लोगों की ज़िंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, खासकर बच्चों, महिलाओं, युवाओं और वंचित समुदायों के जीवन में यह महत्वपूर्ण बदलाव ला रहा है।