डोनाल्ड ट्रंप की वजह जाएगी इन लोगों की नौकरी, लिस्ट में ये नाम सबसे ऊपर

नई दिल्ली ,06अप्रैल 2025: जब से ट्रंप राष्ट्रपति बने हैं उनके फैसलों का असर अमेरिका समेत दुनियाभर के देशों पर देखने को मिल रहा है. अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाली सरकार ने सरकारी खर्चों में कटौती की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. इस मुहिम की अगुवाई कर रहे हैं टेस्ला और एक्स के सीईओ एलन मस्क, जिन्हें ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (DOGE) का प्रमुख बनाया गया है. उनके नेतृत्व में कई बड़ी कंसल्टिंग कंपनियों के सरकारी कॉन्ट्रैक्ट या तो रद्द किए जा चुके हैं या कम कर दिए गए हैं. इस फैसले का सबसे बड़ा असर डेलॉइट, एक्सेंचर और IBM जैसी कंपनियों पर पड़ा है. जिस वजह से अब इन कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों की नौकरी पर छंटनी की तलवार लटक रही है.

इस कंपनी के कर्मचरियों की जाएगी नौकरी
DOGE के अनुसार, ये फैसले सरकारी खर्चों में भारी कटौती करने के लिए लिए गए हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक इसका सबसे ज्यादा असर डेलॉइट पर देखने को मिल सकता है. अकेले डेलॉइट के 127 से अधिक सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द या संशोधित किए गए हैं, जिससे लगभग 372 मिलियन डॉलर की बचत हुई है. अब डेलॉइट अपने सरकारी और सार्वजनिक सेवा डिवीजन में कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी कर रही है, जो अप्रैल 2025 के अंत तक पूरी हो सकती है.Deloitte अकेली कंपनी नहीं है जो इस efficiency drive की शिकार हुई है. Booz Allen Hamilton, Accenture Federal Services, और IBM जैसी दिग्गज कंपनियों के भी दर्जनों कॉन्ट्रैक्ट्स खत्म कर दिए गए हैं.

इसी तरह, एक्सेंचर के 30 कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द हुए हैं, जिससे लगभग 240 मिलियन डॉलर की बचत हुई है. इन कंपनियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे अपने खर्चों में 25-30% तक की कटौती करें और यह साबित करें कि उनकी सेवाएं वाकई जरूरी हैं.

2.8 लाख सरकारी नौकरियां खत्म
इसके अलावा, ट्रंप प्रशासन के शुरुआती तीन महीनों में लगभग 2.8 लाख सरकारी नौकरियां भी खत्म की गई हैं. यह सब उस योजना का हिस्सा है, जिसके तहत सरकारी सिस्टम को और अधिक कुशल और कम खर्चीला बनाया जा रहा है.

इस कदम से जहां एक ओर सरकारी खर्चों में कटौती हो रही है, वहीं दूसरी ओर इन बड़ी कंपनियों में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों की नौकरियां खतरे में पड़ गई हैं.