यूरिन पर नियंत्रण नहीं होने की समस्या अक्सर बढ़ती उम्र में होती है, लेकिन कुछ बीमारियों के कारण यह किसी भी आयु में हो सकती है. खासतौर पर बच्चों को सोते समय यूरिन पर नियंत्रण नहीं होता है. यदि आपको भी यूरिन पर नियंत्रण नहीं होने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो सावधान जरूर हो जाएं. कई बार बहुत तेज प्रेशर बनने पर भी ऐसी समस्या हो सकती है. लेकिन, यदि सामान्य तौर पर ऐसा हो रहा है तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं.
यूरिन पर कंट्रोल नहीं होना कई गंभीर बीमारियों का लक्षण हो सकता है. इसके अलावा कई बीमारियों की शुरुआत का भी यह लक्षण हो सकता है. यदि आपको इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो सतर्कता जरूर बरतें. यह स्थिति आपको भीड़ में शर्मसार भी कर सकती है. कई बार डायबिटीज में भी इस तरह की समस्या होती है. यह किसी बीमारी का लक्षण है या किसी बीमारी की शुरुआत है. इस बारे में बता रहे हैं कि सीनियर यूरोलॉजिस्ट डॉ. जीवन अधिकारी.
यूरिन पर कंट्रोल न रहना सकती है गंभीर बीमारी
डॉ. जीवन अधिकारी बताते हैं कि यूरिन पर कंट्रोल नहीं रहना कई बीमारियों का शुरुआती लक्षण हो सकता है. इनमें मूत्राशय की सूजन (सिस्टिटिस), मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) और मूत्राशय कैंसर भी शामिल हैं. इसके अलावा यह समस्या कमजोर पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों, तनाव और कुछ मेडिकल स्थितियों के कारण भी हो सकता है. इनमें डायबिटीज, पार्किंसंस रोग और मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) के साथ ही स्ट्रोक और कुछ सर्जरी भी यूरिन पर नियंत्रण खोने का कारण बन सकती हैं.
इस बीमारी से बचाव के उपाय
डॉ. जीवन अधिकारी बताते हैं कि यदि यूरिन पर नियंत्रण खोने का अनुभव हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर जांच के बाद स्थिति का पता लगाएंगे. यूरिन पर नियंत्रण नहीं होने के पीछे सटीक कारण का पता लगाकर उसका इलाज शुरू करेंगे. डॉ. अधिकारी कहते हैं कि यूरिन का रुकना और नियंत्रण नहीं होना दोनों ही गंभीर स्थिति हैं. यदि ऐसा हो रहा है तो आप पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए कीगल एक्सरसाइज कर सकते हैं. इसके साथ ही पर्याप्त पानी पीने से मूत्राशय को खाली करने में मदद मिलती है और यूरिन पर नियंत्रण बनाए रखने में मदद मिल सकती है.