कोरबा, 12 जून (वेदांत समाचार)। कोल इंडिया ने कोयला कर्मियों के महंगाई भत्ते (डीए) में कटौती करने का निर्णय लिया है। अब कोयला कर्मियों को उनके बेसिक वेतन का 20.2 फीसदी डीए मिलेगा, जो पहले 21.3 फीसदी था। यह कटौती 1.1 फीसदी की गई है।
कितने कर्मचारियों पर पड़ेगा प्रभाव?
एसईसीएल के 37,197 कर्मचारियों समेत कोल इंडिया की सहयोगी कंपनियों के लगभग 2 लाख 25 हजार कर्मचारियों पर इस दर से भुगतान प्रभावी होगा।
क्यों की गई है कटौती?
महंगाई भत्ते का निर्धारण हर तीन महीने के लिए किया जाता है। इसी आधार पर अब डीए की नई दरें लागू की गई हैं, जो 31 अगस्त तक प्रभावी रहेंगी। सितंबर में डीए की नई दरों का निर्धारण किया जाएगा।
वेतनमान और डीए
1 जुलाई 2021 से एसईसीएल समेत कोल इंडिया की दूसरी सहयोगी कंपनियों में 11वां वेतनमान लागू है। इस नए वेतनमान से हर महीने अब वेतन का भुगतान किया जा रहा है, जिससे बेसिक वेतन बढ़ गया है। कैटेगरी-वन के कर्मचारी का लगभग 45 हजार रुपये बेसिक हो गया है।
पीएफ की ब्याज दरें भी नहीं बढ़ाई गईं
कोल कर्मियों के प्रोविडेंट फंड (पीएफ) की ब्याज दरें भी दो वित्तीय वर्षों से 7.6 फीसदी पर स्थिर हैं। मार्च 2023 में यह दर 8 फीसदी थी। इस तरह लगातार कोयला कर्मचारियों के कोल माइंस प्रोविडेंट फंड की ब्याज दरें घटाई गई हैं।
आर्थिक प्रभाव
डीए घटाने से एसईसीएल के डीए भुगतान में लगभग 3 करोड़ रुपये की राशि खर्च करने में अंतर आ सकता है। हर तीन महीने में डीए की दर का निर्धारण किया जाता है, इसलिए कोयला कर्मियों की नजरें टिकी रहती हैं।