मुंबई,02मई 2025 : कोका कोला से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. भारत की CCI ने ज्यूबिलेंट बेवरेजेज लिमिटेड (JBL) द्वारा हिंदुस्तान कोका-कोला होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (HCCH) में 40% हिस्सेदारी के अधिग्रहण के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है. ये डील 10000 करोड़ में होने की संभावना है. हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज लिमिटेड (HCCB) देश में 13 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का संचालन करती है. ये प्लांट अलग-अलग कोल्ड ड्रिंक्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स बनाने और बेचने का काम करती है. कोका-कोला की योजना है कि इन प्लांट्स के संचालन में स्थानीय साझेदारों की भागीदारी बढ़ाकर वह बाजार की बेहतर समझ के साथ संचालन करे और खुद को एक लीनर ऑपरेटर के रूप में पेश करे.
CCI से डील को मिली मंजूरी
हाल ही में CCI ने एक और महत्वपूर्ण मंजूरी दी है — कंधारी ग्लोबल बेवरेजेज के कोका-कोला के बॉटलिंग प्लांट्स को 2,000 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है. इससे साफ है कि कंपनी एक के बाद एक अपने बॉटलिंग यूनिट्स को बेचने के लिए तैयार है, ताकि संचालन की जिम्मेदारी साझेदारों के हाथों में दी जा सके और कंपनी खुद ब्रांडिंग, मार्केटिंग व स्ट्रैटेजिक कंट्रोल पर केंद्रित रह सके.
पिछले साल दिसंबर में कोका-कोला ने आधिकारिक तौर पर यह घोषणा की थी कि वह अपने भारतीय बॉटलिंग व्यवसाय HCCB में 40% हिस्सेदारी जुबिलेंट भारतीया समूह को बेचेगी. इस सौदे से जुबिलेंट ग्रुप को न केवल देशभर में फैले कोका-कोला की सप्लाई चेन और वितरण नेटवर्क में सीधी पहुंच मिलेगी, बल्कि यह उसके अपने खाद्य और पेय व्यवसाय को भी मजबूती प्रदान करेगा.
डील में और कौन शामिल?
डील में शामिल कंपनियों की बात करें तो, हिंदुस्तान कोका-कोला होल्डिंग्स (HCCH) एक होल्डिंग कंपनी है, जो सीधे तौर पर भारत में कोई परिचालन नहीं करती. यह अमेरिका की कोका-कोला कंपनी की सहायक है और हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेज (HCCB) की पैरेंट कंपनी है. वहीं, जुबिलेंट बेवरेजेज और जुबिलेंट बेवको लिमिटेड दोनों नई संस्थाएं हैं और जुबिलेंट भारतीया ग्रुप से संबंधित हैं.यह सौदा भारत के एफएमसीजी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है, जहां वैश्विक दिग्गज अब लोकल पार्टनर्स के साथ मिलकर ज्यादा फोकस्ड और एफिशिएंट तरीके से काम करना चाहते हैं.