0.उत्पादन बढ़ाने, आगामी वित्त वर्ष की योजना एवं पर्यवारण से जुड़े विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की
कोरबा,23 मार्च 2025। कोल इंडिया लिमिटेड चेयरमैन पी. एम. प्रसाद ने 22-23 मार्च 2025 को एसईसीएल के मेगा प्रोजेक्ट्स और सेंट्रल इंडिया कोलफील्ड्स का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उत्पादन, उत्पादकता, और भावी रणनीतियों की समीक्षा की।
मेगा प्रोजेक्ट्स का निरीक्षण और समीक्षा
22 मार्च को, श्री प्रसाद ने एसईसीएल के दीपका मेगा प्रोजेक्ट का दौरा किया, जहां उन्होंने महत्वपूर्ण संचालन स्थलों जैसे कि आउटसोर्सिंग और विभागीय पैच, एफएमसी, साइलो, और रेलवे साइडिंग का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों और शिफ्ट इंचार्ज से बातचीत कर उन्हें मार्च के अंतिम दिनों में उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रेरित किया और वित्तीय वर्ष 2025-26 की कार्ययोजना पर चर्चा की।

इसके बाद, उन्होंने कुसमुंडा मेगा प्रोजेक्ट का दौरा किया, जहां उन्होंने नीलकंठ ए और बी सहित खनन गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने भूमि अधिग्रहण की स्थिति का आकलन किया और आगामी वित्तीय वर्ष के लिए उत्पादन योजना पर गहन चर्चा की।
सीआईसी कोलफील्ड्स का दौरा और पर्यावरणीय समीक्षा
22 मार्च को, मेगा प्रोजेक्ट्स की समीक्षा के बाद, श्री प्रसाद ने चिरमिरी क्षेत्र के चिरमिरी ओसीएम का दौरा किया। इसके बाद, उन्होंने बैकुंठपुर क्षेत्र में बैकुंठपुर, बिश्रामपुर और भटगांव क्षेत्र के महाप्रबंधकों के साथ बैठक कर उत्पादन बढ़ाने की रणनीतियों पर चर्चा की। उन्होंने चर्चा भूमिगत खदान में अंदर जाकर खनन गतिविधियों की समीक्षा की। इसके साथ ही उन्होने हसदेव क्षेत्र की राजनगर ओसीएम में खनन गतिविधियों जायजा लिया। इसके अलावा, उन्होंने हसदेव क्षेत्र के अनन्या वाटिका ईको-रिस्टोरेशन पार्क का भी दौरा किया।

इसके पश्चात्, वे एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र पहुंचे, जहां उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों के महाप्रबंधकों के साथ बैठक कर उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने की रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया।
23 मार्च को, श्री प्रसाद ने जमुना-कोतमा क्षेत्र के अमाडांड ओसीएम में खनन गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने फ्लाई ऐश डंपिंग, माईन क्लोज़र योजना, और हरड़ एवं दैखल में पुनःस्थापना क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण जैसी विभिन्न पर्यावरणीय संबंधी उपायों का निरीक्षण किया। इसके बाद, उन्होंने कोरबा क्षेत्र के सरायपाली ओसीएम की भी समीक्षा की।

उत्पादन, श्रमिक कल्याण और भविष्य की योजना पर जोर
श्री प्रसाद ने उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए आगामी वित्तीय वर्ष के लिए संचालन रणनीतियों पर ज़ोर दिया। उन्होंने संविदा श्रमिकों के कल्याण और कॉर्पोरेट सैलरी पैकेज के कार्यान्वयन पर विशेष जोर दिया, जिससे कार्यबल को बेहतर लाभ मिलेगा।