Vedant Samachar

कोल नागरिकों का संघर्ष: रोजगार और पुनर्वास की मांग

Lalima Shukla
2 Min Read

कोरबा, 08 अप्रैल 2025 – छत्तीसगढ़ किसान सभा और भूविस्थापित रोजगार एकता संघ ने कोयला मंत्री के गेवरा आगमन पर एसईसीएल के सीएमडी और बोर्ड सदस्यों के दौरे का विरोध करने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि जब तक भूविस्थापितों को रोजगार और पुनर्वास नहीं मिल जाता, तब तक कोयला उत्पादन के लक्ष्य को पूरा नहीं होने देंगे।

भूविस्थापितों का आरोप है कि एसईसीएल प्रबंधन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर रहा है। कुसमुंडा में भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना 1255 दिनों से जारी है, लेकिन सीएमडी और डीपी द्वारा चर्चा के लिए समय नहीं दिया जा रहा है।

भूविस्थापित लामबंद होकर सीएमडी और बोर्ड सदस्यों को काले झंडे दिखाकर “गो बैक” के नारे लगाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक वे विरोध जारी रखेंगे।

भूविस्थापितों की मुख्य मांगें हैं रोजगार, पुनर्वास और समस्याओं का समाधान। प्रशांत झा, प्रदेश संयुक्त सचिव, छत्तीसगढ़ किसान सभा, कोरबा ने कहा कि भूविस्थापितों के रोजगार और पुनर्वास की मांग को लेकर इस क्षेत्र में लंबे समय से आंदोलन चल रहा है।

रेशम यादव, दामोदर श्याम, रघु, सुमेंद्र सिंह ने कहा है कि एसईसीएल प्रबंधन को उत्पादन बढ़ाने से पहले भूविस्थापितों के समस्याओं का समाधान करना होगा, अन्यथा कोयला से जुड़े किसी भी अधिकारी और कोयला मंत्री के दौरे का भी विरोध किया जाएगा।

Share This Article