विकास चौहान, रायगढ़,06 जून (वेदांत समाचार)।छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार तमनार विकासखंड के डोलेसारा कलस्टर में “मोर गांव मोर पानी” महाअभियान के तहत एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण को जन-आंदोलन का रूप देना और ग्रामीणों को वर्षा जल संचयन की उन्नत तकनीकों से अवगत कराना था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना से हुआ, जिसके बाद ग्राम पंचायत डोलेसारा की सरपंच श्रीमती नन्ही राम पैंकरा ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और ग्रामीणों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
प्रशिक्षण में जल संरक्षण के विभिन्न तरीकों जैसे चेक डैम निर्माण, फार्म पॉन्ड, रूफ वाटर हार्वेस्टिंग, कंटूर ट्रेंचिंग और नाला उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। सभी प्रतिभागियों ने जल संरक्षण की शपथ ली और “जल है तो कल है” के संदेश को फैलाने का संकल्प किया।
कार्यक्रम अधिकारी प्रफुल्ल किंडो के मार्गदर्शन में जल संरक्षण के महत्व पर चर्चा की गई और मुख्य ट्रेनर तकनीकी श्रीमती पिंकी सुजान ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से जल प्रबंधन की नवीनतम तकनीकों के बारे में बताया।
प्रशिक्षण के पश्चात विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण जागरूकता रैली निकाली गई और वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से ग्रामीण क्षेत्रों में जल प्रबंधन की जागरूकता बढ़ रही है और स्थायी विकास को बल मिल रहा है।