Vedant Samachar

CG NEWS:ऑनलाइन जॉब के चक्कर में फोटोग्राफर ने गंवाए 7.20 लाख:ठगों ने परमानेंट कस्टमर बनाने का झांसा दिया, फिर निवेश का लालच देकर वसूले रुपए

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बिलासपुर,21फ़रवरी2025 (वेदांत समाचार): बिलासपुर में एक फोटोग्राफर ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गया। ऑनलाइन जॉब के चक्कर में फंसे फोटोग्राफर से ठगों ने 7 लाख 20 हजार रुपए वसूल लिए। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जूना बिलासपुर निवासी राकेश शर्मा पेशे से फोटोग्राफर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने मोबाइल पर ऑनलाइन जॉब का विज्ञापन देखा था। इसमें संपर्क करने पर उन्हें एक लिंक भेजकर अलग-अलग कंपनियों के विज्ञापन भेजा गया। इसे देखकर स्क्रीनशॉट भेजने पर उन्हें कमीशन बतौर पैसे देने की बात कही गई। इस पर फोटोग्राफर ने विज्ञापन देखकर स्क्रीनशॉट भेजना शुरू कर दिया।

जाल में फंसाने ठगों ने अकाउंट में जमा कराए पैसे

फोटोग्राफर ने पुलिस को बताया कि ठगों ने कमीशन के रूप में एक-दो बार उनके अकाउंट में कुछ पैसे जमा कराए। जिसके बाद उन्हें कंपनी का परमानेंट कस्टमर बनाने के नाम पर पैसों की मांग की। इस पर फोटोग्राफर ने पांच हजार रुपए ट्रांसफर किया। फिर उन्हें बताया गया कि उनके पैसों को शेयर मार्केट में निवेश किया जाएगा। इससे ज्यादा कमाई होगी।

ठगों ने फोटोग्राफर के अकाउंट में ज्यादा कमीशन भेजने का झांसा दिया। जिसके बाद लालच में आकर उन्होंने करीब 15 हजार रुपए निवेश कर दिया। इसके बाद उन्हें बताया गया कि उनके रुपए फंस गए हैं। जिसे निकालने के नाम पर उनसे करीब एक लाख रुपए और निवेश करने कहा गया।

इस तरह से उन्हें अलग-अलग तरीके से जालसाजों ने फोटोग्राफर से करीब 7 लाख 20 हजार रुपए जमा कराए। बाद में ठगी का एहसास होने पर उन्होंने पूरे मामले की शिकायत कोतवाली थाने में की है। उनकी शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

लोन लेकर जमा कराए पैसे

फोटोग्राफर ने बताया कि पहले उन्होंने अपने पास रखे पैसों को ऑनलाइन जॉब के नाम पर जमा किया। जिसके बाद बैंक अकाउंट में जमा पैसों को इन्वेस्ट करने के नाम पर ट्रांसफर कर दिया। फिर अपने ट्रांसफर किए गए पैसों को वापस लेने के लिए उन्हें लोन के लिए आवेदन करना पड़ा।

उन्होंने लोन लेकर 5 लाख रुपए जमा कराए। इसके बाद उनसे और रुपयों की मांग की गई। रुपए नहीं देने पर उन्हें धमकाने की भी कोशिश की गई।

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