यदि आप भी चिकन खाने से शौकीन हैं तो अमेरिका में हुए एक शोध को आपको जरूर पढ़ना चाहिए. 19 साल तक चले इस शोध में 4000 हजार लोगों को शामिल किया गया था. शोध के परिणाम बेहद चौंकाने वाले हैं. यह आपकी सेहत से जुड़ा है. यदि आप चिकन खाने के शौकीन हैं तो अपने इस शौक पर आपको दोबारा विचार करना पड़ सकता है. शोधकर्ताओं ने महज 300 ग्राम चिकन प्रति सप्ताह खाने को लेकर शोध किया था. एक सप्ताह में महज 300 ग्राम चिकन खाने से मौत की आशंका 27 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. जबकि जो लोग सप्ताह में 300 ग्राम से ज्यादा चिकन खाते हैं उनमें यह आशंका दोगुना तक बढ़ जाती है.
अपने देश में मांसाहार के रूप में चिकन का प्रयोग बहुत ज्यादा होता है. सामान्य रूप से माना जाता है कि चिकन सेहत के लिए अच्छा है और इससे विटामिन बी-12 और कोलिन भी प्राप्त होते हैं. जो दिमाग के लिए अच्छे होते हैं. बहुत से लोग तो ऐसे भी हैं जो रोज चिकन खाते हैं. अमेरिका में हुए शोध को पढ़ने के बाद आपको अपनी इस आदत को बदलना पड़ सकता है. शोध के अनुसार सप्ताह में 300 ग्राम चिकन खाने से जठरांत्र (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल) का कैंसर होने की आशंका 27 प्रतिशत तक बढ़ जाती है.
शोध में और क्या पता चला
चार हजार लोगों पर 19 साल कर किए गए शोध में यह भी पता चला कि महिलाओं को मुकाबले पुरुषों को इस कैंसर का खतरा ज्यादा होता है. न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित शोध के अनुसार जठरांत्र कैंसर के चलते होने वाली मौतों की अधिक संख्या को लेकर यह शोध किया गया था. शोध में आहार संबंधी दिशा निर्देशिका 2020-2025 के नियोम का पालन करने की सलाह दी गई है.
शोध में यह भी बताया गया है कि लाल मांस और प्रोसेस्ड मीट को लेकर पहले ही चिंताएं हैं. सफेद मीट को लाल मांस के मुकाबले सुरक्षित माना जाता था, लेकिन शोध के बाद सफेद मांस का सेवन भी घातक ही साबित हुआ है.
अभी डरने की ज्यादा जरूरत नहीं
शोध में यह तो बताया गया है कि सप्ताह में 100 ग्राम चिकन खाना काफी हद तक सुरक्षित है, लेकिन जो लोग सप्ताह में 300 ग्राम या उससे ज्यादा चिकन का सेवन करते हैं, उनके संबंध में अभी और भी शोध की जरूरत है. शोधकर्ताओं ने अपने शोध में व्यायाम और जीवनशैली को शामिल नहीं किया था. शोध में कहा गया है कि प्रोसेस्ड चिकन, व्यायाम और जीवन शैली को लेकर भी शोध की जरूरत है. फिलहाल शोधकर्ताओं ने चिकन के सेवन को कम करने की सलाह दी है.