BREAKING NEWS:दुर्ग में 2 टुकड़ों में मिली बॉडी : कुत्ते का पैर बांधकर रेलवे ट्रैक पर फेंका; PFA ने थाने में दर्ज कराई शिकायत

दुर्ग,26 मार्च 2025 (वेदांत समाचार): दुर्ग जिले में कुछ लोगों ने एक कुत्ते के चारों पैर बांधकर उसे रेलवे ट्रैक में डाल दिया। कुछ देर में ट्रेन आई और कुत्ता दो टुकड़ों में कट गया। जब इस मामले की जानकारी पीपुल्स फॉर एनिमल (PFA) को हुई तो उन्होंने मामले की शिकायत खुर्सीपार थाने में दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मामला भिलाई के खुर्सीपार थाना क्षेत्र का है। यहां बीते 22 मार्च को कुछ अज्ञात निर्दयी लोगों ने एक बेजुबान कुत्ते को पकड़कर उसके पैर रस्सी से बांध दिए। इसके बाद उसे पकड़कर रेलवे ट्रैक की तरफ ले गए। वहां कुत्ते को ट्रैक के बीच में सुला दिया। जैसे ही वहां से ट्रेन गुजरी कुत्ता तो टुकड़ों में कट गया।

पीएसए के मैनेजर धनंजय प्रसाद ने बताया कि उन्हें जैसे ही मामले की जानकारी हुई उनके सदस्य रेलवे ट्रैक में पहुंचे। उन्होंने कुत्ते की बॉडी को बोरे भरा और थाने लेकर पहुंचे। इसके बाद पुलिस को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की गई।

इस घटना के बाद से भिलाई वासियों में काफी रोष है। जब मंगलवार 25 मार्च को यहां धनंजय, अपूर्व, कुशाल, मिलिंद, विनोद समेत दर्जनों लोग थाने पहुंचे। सभी ने थाने में लिखित शिकायत की।

पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने घटना स्थल से कुछ संदिग्ध आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई है। ऐसा कहा जा रहा है कि ‘डेरा बस्ती’ में कई नशेड़ी और अपराधी किस्म के लोग रहते हैं।

स्थानीय लोगों का शक है कि उन्हीं में से किसी ने ये क्रूरता की है। पुलिस का कहना है कि जैसे ही सबूत या गवाह मिलता है आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

जानवरों के लिए भारत में कानून

भारत देश में पालतू और जंगली जानवरों पर क्रूरता रोकने के लिए कानून बनाया गया है। यहां ऐसा करने वालों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 325 के तहत कार्रवाई होती है।

PFA ने शासन प्रशासन से की अपील

  1. आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
  2. पशु क्रूरता को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं और सख्त कानूनों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
  3. पुलिस और प्रशासन इस तरह की घटनाओं को हल्के में न लें और तुरंत कार्रवाई करें।
  4. समाज को जागरूक किया जाए और बेजुबानों के प्रति दया और करुणा की भावना को बढ़ावा दिया जाए।