मुंगेर,04जून 2025: मुंगेर जिले के नक्सल प्रभावित भीमबांध जंगल क्षेत्र में नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया। राजासराय-कंदनी के बीच कच्ची सड़क के नीचे छिपाकर रखे गए 6-7 किलोग्राम के शक्तिशाली पाइप आईईडी बम को सुरक्षा बलों ने बरामद कर उसे निष्क्रिय कर दिया। यह ऑपरेशन मुंगेर पुलिस, एसटीएफ, और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई के दौरान की गई। इस ऑपरेशन ने नक्सलियों के पुलिस और जवानों को निशाना बनाने के मंसूबों को विफल कर दिया। जानकारी के अनुसार, एसटीएफ जमालपुर को गुप्त सूचना मिली थी कि राजासराय-कंदनी मुख्य मार्ग पर वन विभाग की ओर से बनाई गई कच्ची सड़क के नीचे नक्सलियों ने आईईडी बम छुपाया है। सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। जांच के दौरान राजासराय से डेढ़ किलोमीटर और कंदनी से एक किलोमीटर पहले सड़क के किनारे नीले रंग का बिजली का तार दिखाई दिया। यह तार हाल की बारिश से सड़क की ऊपरी परत के बहने से दिखाई दे रहा था।
मुंगेर पुलिस अधीक्षक ने तत्काल एक विशेष टीम गठित की। इसमें एसटीएफ, सीआरपीएफ पेसरा और हवेली खड़गपुर थाना की पुलिस शामिल थी। सीआरपीएफ की बम निरोधक टीम ने पूरी सावधानी के साथ वहां पर खुदाई की और 3 इंच चौड़े और डेढ़ फीट लंबे पाइप आईईडी बम को बरामद किया। इस बम का वजन लगभग 6-7 किलोग्राम था और यह बहुत ही विनाशकारी था। बम निरोधक दस्ते ने इसे भीमबांध जंगल में ही सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर दिया। लाइव विस्फोट से इसकी ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
यह घटना मुंगेर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की लगातार नक्सल विरोधी कार्रवाइयों के जवाब में नक्सलियों की हताशा को दर्शाती है। सुरक्षा बलों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन और तेज किया जाएगा ताकि नक्सलियों की किसी भी साजिश को समय रहते नाकाम किया जा सके। इस सफलता ने सुरक्षा बलों के हौसले को और मजबूत किया है।