जशपुर,16 मई 2025। जिले के तपकरा वन परिक्षेत्र में एक दुखद घटना ने शादी की तैयारियों में जुटे एक परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। महुआडीह जंगल में पलास के पत्ते तोड़ने गई 45 वर्षीय उर्मिला बाई की जंगली हाथी के हमले में दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे गांव में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
घटना सुबह करीब 10 बजे की है, जब उर्मिला बाई सहित कुछ ग्रामीण शादी समारोह की तैयारी के लिए पलास के पत्ते तोड़ने महुआडीह जंगल गए थे। अचानक एक दंतैल हाथी ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। जान बचाने के लिए सभी भागने लगे, लेकिन दौड़ते समय उर्मिला ठोकर लगने से जमीन पर गिर पड़ीं। इससे पहले कि वह उठ पातीं, हाथी ने उन्हें अपनी सूंड़ में लपेटकर जोर से जमीन पर पटक दिया। इस हमले में उर्मिला गंभीर रूप से घायल हो गईं। ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें फरसाबहार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
तपकरा रेंज की वन परिक्षेत्राधिकारी आकांक्षा लकड़ा ने बताया कि मृतका के परिवार को तत्काल राहत के रूप में 25 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी की जानकारी बार-बार दी जा रही है, फिर भी ग्रामीण जंगल में जा रहे हैं, जिसके कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने लोगों से जंगल में सावधानी बरतने और हाथी प्रभावित क्षेत्रों में प्रवेश न करने की अपील की है।
इस हादसे ने न केवल उर्मिला के परिवार को गहरा सदमा दिया है, बल्कि क्षेत्र में मानव-हाथी संघर्ष की गंभीर समस्या को भी उजागर किया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में हाथियों की निगरानी बढ़ाने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। पुलिस और वन विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है।