Vedant Samachar

BREAKING NEWS:दुर्ग पुलिस की टीम SIT ने भिलाई सुपेला क्षेत्र से नाम बदलकर व फर्जी आधार कार्ड बनाकर नाम बदलकर रह रही थी किराये पर

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दुर्ग,15 मई 2025(वेदांत समाचार) : दुर्ग पुलिस की एसआईटी टीम ने भिलाई सुपेला क्षेत्र से नाम बदलकर व फर्जी आधार कार्ड बनाकर किराये से रह रही महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उस मकान मालिक को भी गिरफ्तार किया है, जिसने बिना पुलिस वेरीफिकेशन उसे किराये से माकन दिया था।

दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने अवैध अप्रवासियों की धर पकड़क को लेकर भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी के नेतृत्व में एक एसआईटी (स्पेशल टास्क फोर्स) का गठन किया है। उन्होंने जांच के दौरान पाया कि सुपेला नेहरू रोड स्थित सूरज साव के मकान में एक बांगलादेशी महिला किराये से पिछले दो सालों से रह रही है।

पुलिस ने जब महिला को गिरफ्तार किया और जांच की तो पता चला कि उसका असली नाम पन्ना बीबी है। वो यहां अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष के नाम से नाम बदलकर रह रही है। इतना ही नहीं उसने अपना फर्जी आधार कार्ड भी बना लिया था। जब उसने उस दस्तावेज का उपयोग शासकीय अस्पताल में इलाज के लिए दिया तब पुलिस अलर्ट हुई और उसे गिरफ्तार किया।

पन्ना बीबी के खिलाफ पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 2023 विदेशी नागरिक विषयक अधिनियम 1946 और भारतीय पासपोर्ट अधिनियम 1920 के तहत कार्रवाई की है। पुलिस ने उसे किराये से देने वाले मकान मालिक सूरज साव को भी गिरफ्तार जेल भेजा है।

फर्जी तरीके से बॉर्डर पार करके पहुंची भारत

पन्ना बीबी उर्फ काकोली घोष ने पूछताछ में बताया कि उसने अवैध पासपोर्ट व बीजा तैयार कर 8 साल पहले बांगलादेश से बोंगांव पेट्रोपोल जिला उत्तर प्रदेश 24 परघना, पश्चिम बंगाल स्थित बांगलादेश अंतर्राष्ट्रीय बार्डर को पार करके अवैध रूप से भारत पहुंची थी।

5 सालों तक सोनागाछी में रहने के बाद पहुंची भिलाई

काकोली भारत पहुंचने के बाद पैसा कमाने के लिए देहव्यापार के धंधे पर उतर गई। वो पांच सालों तक पश्चम बंगाल में देह व्यापार के लिए फेमस जगह सोनागाछी में रही। इसके बाद वहां से निकलकर दिल्ली आई। एक साल दिल्ली में रहने के बाद अपनी पूजा नाम की सहेली के साथ रहने भिलाई आ गई थी। यहां वो पिछले दो सालों से सूरज साव के मकान में रह रही है और यहां अवैध कृत्य करती है।

कोलकाता से घर भिजवाती थी पैसा

काकोली जो भी पैसा यहां कमाती थी उस रकम को वो समय समय पर अपने घर बांगलादेश भेजती थी। इसके लिए पहले वो पैसे को कोलकाता पश्चिम बंगाल अपने परिचित के पास भेजती थी। इसके बाद वो युवक उस पैसों को उसके परिवार वालों तक बार्डर के थ्रू पहुंचा देता था।

पूरे मामले की जांच करने पुलिस लिखेगी पत्र

एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि काकोली किस तरह बांगलादेश से भारत पहुंची उसमें किन लोगों का इंवाल्वमेंट है। उसका फर्जी आधार कार्ड किसने बनाया। इस सबकी पुलिस जांच करेगी। साथ ही इस पर कार्रवाई करने के लिए संबंधित एजेंसियों को पत्र लिखेगी।

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