कोरबा, 10 मई (वेदांत समाचार)। जिले के बालको थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बेला में एक आदिवासी युवती को कथित तौर पर बेचने का मामला सामने आया है। पीड़ित पिता विष्णु मंझवार ने आरोप लगाया है कि गांव का ही रहने वाला सुखनंद उरांव उनकी 21 वर्षीय पुत्री अमृता मंझवार को आठ महीने पहले एक साल के कथित “एग्रीमेंट” पर पंजाब भेजकर बेच दिया।
पिता विष्णु मंझवार ने बताया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी और जब उन्होंने सुखनंद से बेटी के बारे में पूछा तो जवाब मिला कि “बेटी को काम के लिए भेजा गया है।” पिता ने बताया कि वे कई बार अपनी बेटी से संपर्क करने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन कोई बातचीत नहीं हो सकी।
परिजनों में डर और चिंता का माहौल है और उन्हें आशंका है कि बेटी के साथ कुछ अनहोनी हो सकती है। पिता ने बालको थाना में शिकायत दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पिता ने मांग की है कि उनकी बेटी को सकुशल वापस लाया जाए और जिन एजेंटों व कथित ठेकेदारों ने यह सौदा किया है, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। स्थानीय प्रशासन और पुलिस से निवेदन है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द कार्रवाई करें ताकि आदिवासी समाज में विश्वास कायम रह सके।
इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन जांच शुरू कर दी गई है। देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और पीड़ित परिवार को न्याय मिलता है या नहीं।