बचत और कमाई, दोनों का भरोसा है, ICICI प्रू गिफ्ट सिलेक्ट


मुंबई, 20 मार्च 2025: आज की अनिश्चित आर्थिक स्थिति में अतिरिक्त आमदनी का ज़रिया होना बहुत जरूरी हो गया है। बढ़ती महँगाई, बाजार में उतार-चढ़ाव और वित्तीय लक्ष्यों को पाने के लिए लोग ऐसे निवेश विकल्प तलाश रहे हैं, जो सुरक्षा और बढ़त दोनों प्रदान करें। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने एक खास लॉन्ग-टर्म सेविंग्स प्रोडक्ट- आईसीआईसीआई प्रू गिफ्ट सिलेक्ट लॉन्च किया है, जो गारंटीड इनकम के साथ संपत्ति सुरक्षित रखने का मौका देता है।


आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के चीफ प्रोडक्ट और डिस्ट्रीब्यूशन ऑफिसर अमित पालटा कहते हैं, “हम चाहते हैं कि हमारे ग्राहक अपने भविष्य को लेकर निश्चिंत रहें और वित्त से संबंधित उनके सभी लक्ष्य पूरे हों।” इस प्लान में आपको अपनी गारंटीड इनकम की अवधि चुनने की आज़ादी मिलती है, साथ ही मेच्योरिटी पर टैक्स-एफिशिएंट तरीके से एकमुश्त रकम भी मिलती है। इसमें एक और खासियत है- हर साल 5% बढ़ने वाली इनकम, जो महंगाई का असर कम करने में मदद करती है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस अब बीमा वितरण को डिजिटल तकनीकों से और मजबूत बना रहा है। कंपनी ने अपने एजेंट्स को सशक्त बनाने के लिए आईप्रू एज मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। अमित पालटा बताते हैं, “एजेंट्स ग्राहकों को सही वित्तीय फैसले लेने में मदद करते हैं। आईप्रू एज उनके लिए एक डिजिटल ऑफिस जैसा है, जिससे उनका काम और भी आसान हो जाता है।” यह ऐप एजेंट्स को बिज़नेस लीड्स, सोशल मीडिया मार्केटिंग कॉन्टेंट और पेपरलेस पॉलिसी खरीदने की सुविधा देता है, जिससे वे अपनी ग्रोथ पर फोकस कर सकें।
अप्रैल से दिसंबर 2024 के बीच, आईप्रू एज इस्तेमाल करने वाले एजेंट्स की उत्पादकता 25% बढ़ी, और 98% योग्य एजेंट्स को उसी दिन कमीशन का भुगतान किया गया। कंपनी के एआई-पावर्ड सॉल्यूशंस ने लगभग 50% सेविंग्स पॉलिसी उसी दिन जारी करने में मदद की।
साथ ही, अप्रैल से दिसंबर 2024 के दौरान, कंपनी का क्लेम सेटलमेंट रेश्यो 99.3% रहा, और गैर-जाँच वाले दावों को औसतन 1.2 दिनों में ही निपटा दिया गया। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस अपनी डिजिटल-फर्स्ट एप्रोच और ग्राहक केंद्रित सेवाओं के जरिए न सिर्फ पॉलिसीधारकों को वित्तीय सुरक्षा दे रहा है, बल्कि अपने एजेंट्स के करियर ग्रोथ को भी नई ऊँचाइयों तक पहुँचा रहा है।