कोरबा, 22 मार्च (वेदांत समाचार)। एनटीपीसी की जमनीपाली स्थित कालोनी से रेस्क्यू किए गए वन्य प्राणी बारासिंघा की मौत हो गई है। जिससे वन विभाग में हडक़प मच गया है। जानकारी के अनुसार एक बारासिंघा जंगल से भटक कर एनटीपीसी कालोनी में घुस गया। आवासीय परिसर मेंं बारासिंघा देखे जाने की सूचना कालोनी वासियों द्वारा कटघोरा वन मंडल के अधिकारियों को दी गई। जिस पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और बारासिंघा का लोकेशन ढुढ़ते रहेे काफी देर बाद यह चितल कालोनी स्थित एनटीपीसी से विभागीय अस्पताल परिसर में दिखाई दिया। जिस पर रेस्क्यू के लिए पहुंची।
वन विभाग की टीम ने इसे एनटीपीसी के सुरक्षा बलो, पुलिस एवं स्थानीय लोगों की मदद से घेरा बंदी कर सफल रेस्क्यू करने के साथ पकड़ लिया वन विभाग द्वारा पकड़े जाने के बाद इसे जंगल में छोडऩे की तैयारी की जा रही थी। इसी दौरान उसकी एकाएका स्थिति बिगड़ी और बारासिंघा ने दम तोड़ दिया। बारासिंघा के दम तोड़ते ही वन विभाग की टीम के होश उड़ गए । आनन फानन में इसकी सूचना डीएफओ कटघोरा सहित वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। जिस पर वे मौके पर पहुंचे और वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के बाद पंचनामे की कार्रवाई बारासिंघा कहां से और कैसे पहुंचा। पता लगाया जा रहा है।
डीएफओ कुमार निशात ने बताया कि पकड़ा गया वन्य प्राणी बारासिंघा नहीं चीतल था उसकी मौत हो गई है। उसके शरीर का चोट के निशान मिले है। संभवत: व किसी अज्ञात वाहन की ठोकर से घायल हो गया था। जिससे स्थिति काफी नाजुक थी। वन विभाग में उपचार कराया लेकिन अपेक्षित परिणाम सामने नही आए। चीतल की मौत के बाद अब उसका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। इसकी औपचारिकता पूरी होने के बाद मृत चीतल का अंतिम संस्कार किया जाएगा। ज्ञात रहे कटघोरा वन मंडल के जंगलो में चीतल, बाहरसिंघा व हिरण की भरमार है। जो अक्सर पाली रेंज के जंगलो में दिखाई देते है बरसात व ठंड के मौसम में ये जंगल ही जंगल घूमते रहे है। लेकिन गर्मी शुरू होते ही पानी की तलाश में गांव में पहुंच जाते है। जिसकी वजह से सडक़ पार करते समय दुर्घटना का शिकार हो जाते है। या कई बार आवारा कुत्तों के हमले से उनकी जान पर आफत आ जाती है।