Vedant Samachar

छत्तीसगढ़ समचार:सार्वजनिक स्थलों पर चाय, नाश्ता सहित अन्य ठेले लगाने पर रोक

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बिलासपुर,20 मई (वेदांत समाचार)। शहर में ठेले खोमचे वालों को लेकर प्रशासन द्वारा जारी किए गए नए आदेश ने सैकड़ों लोगों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा कर दिया है। प्रशासन द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर ठेले लगाने पर रोक लगा दी गई है, जिससे 1000 से 2000 छोटे व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ठेले पर चाय-भजिया, नाश्ता और अन्य खाद्य सामग्री बेचने वाले ये लोग मेहनत करके अपनी आजीविका चला रहे हैं। लेकिन अब उन्हें दुकान किराए पर लेकर व्यवसाय करने को कहा जा रहा है, जो उनके लिए संभव नहीं है। पत्र में बताया गया है कि किराया 20,000 से 25,000 रुपये तक है, जबकि ये लोग मुश्किल से 10,000 से 15,000 रुपये महीने कमाते हैं। व्यापारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी स्वरोजगार को बढ़ावा देने की बात करते हैं, और ऐसे में प्रशासन का यह निर्णय उन लोगों के लिए अनुचित है जो मेहनत से अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं। वर्तमान में बेरोजगारी और महंगाई की स्थिति में यह निर्णय इन गरीब व्यापारियों के लिए दोहरी मार साबित हो रहा है।

 व्यापारियों ने जिलाधीश को ज्ञापन सौंपते हुए निवेदन किया है कि जब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक उन्हें अपना व्यवसाय जारी रखने की अनुमति दी जाए। उनका कहना है कि शहर में कई स्थान ऐसे हैं जहाँ ठेले लगाने से किसी को कोई असुविधा नहीं होती। ज्ञापन पर सैकड़ों ठेला व्यापारियों ने हस्ताक्षर कर इस मांग को आगे बढ़ाया है। उन्होंने प्रशासन से जल्द सकारात्मक निर्णय लेने की अपील की है, ताकि उनका रोजगार बना रह सके और वे सम्मानपूर्वक जीवन यापन कर सकें।

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