रायपुर, 08 अप्रैल 2025 – इंडियन ओवरसीज बैंक शाखा राजिम, जिला गरियाबंद में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। बैंक की शाखा में खाताधारकों के बंद खातों के माध्यम से 1 करोड़ 65 लाख रुपये के फर्जी ज्वेल लोन निकालकर बैंक अधिकारी द्वारा गबन करने का आरोप लगा है।
इस मामले में तत्कालीन सहायक प्रबंधक सुश्री अकिंता पाणिग्रही को बरगढ़ उड़ीसा से गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड में लिया गया है। आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर फर्जी लोन निकालकर खुद को लाभ पहुंचाया।
पुलिस ने इस मामले में अपराध क्रमांक 01/2023 धारा 13 (क) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथासंशोधित अधिनियम 2018 एवं धारा 409 भादवि के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस आगे की जांच और कार्रवाई में जुटी हुई है।
बैंक प्रबंधक ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पूर्व बैंक प्रबंधक विनीत दास और 4 अन्य लोगों के द्वारा 180 लोगों को अवैधानिक रूप से गलत जानकारी देने वाले को 14 करोड़ 56 लाख 9693 रुपये का लोन दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में धारा 420, 409, 120 बी, 34 भादवि के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं इस फर्जीवाड़े में और लोग तो शामिल नहीं हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
विनीत दास, कमलेश सिन्हा, सोहन वर्मा, नागेश वर्मा, टीकाराम माथुर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। लोन की राशि 14 करोड़ 56 लाख 9693 रुपये है और लोन लेने वाले 180 लोग हैं। लोन का उद्देश्य व्यवसाय के लिए था।