कुआलालंपुर ,26मई 2025। मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) का 46वां शिखर सम्मेलन सोमवार को शुरू हुआ। सम्मेलन में क्षेत्रीय एकीकरण और व्यापार तथा आर्थिक व्यवधानों के विरुद्ध लचीलापन एजेंडे में शीर्ष पर रहा।
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने पूर्ण अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए आसियान सदस्यों से बदलती विश्व व्यवस्था द्वारा लाई गई चुनौतियों का सामना करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सतत और न्यायसंगत विकास का एजेंडा दरकिनार न हो।
उन्होंने कहा, आसियान के लिए हमारी शांति, स्थिरता और समृद्धि अक्सर एक खुली, समावेशी, नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था पर निर्भर रही है जो व्यापार, पूंजी और लोगों के मुक्त प्रवाह पर आधारित है। इन आधारों को अब मनमानी कार्रवाई के बल पर खत्म किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, वास्तव में भू-राजनीतिक व्यवस्था में बदलाव हो रहा है और हाल ही में अमेरिका द्वारा एकतरफा टैरिफ लगाए जाने के कारण वैश्विक व्यापार प्रणाली और भी दबाव में है। संरक्षणवाद फिर से उभर रहा है क्योंकि हम बहुपक्षवाद को टूटते हुए देख रहे हैं।
श्री अनवर ने समूह के मित्रवत भागीदारों के साथ सहयोग को मजबूत करने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने पहले आसियान-चीन-खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) शिखर सम्मेलन के महत्व को ध्यान में रखा जो क्षेत्र के सबसे बड़े आर्थिक भागीदार चीन और जीसीसी के साथ समूह को एक साथ लाता है।
मलेशिया 2025 के लिए आसियान का अध्यक्ष है और ‘समावेशीपन और स्थिरता’ विषय के तहत आसियान शिखर सम्मेलन और संबंधित शिखर सम्मेलनों की मेजबानी कर रहा है। 1967 में स्थापित इस समूह में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं।