Vedant Samachar

हिट हो गया अंबानी का जियो वाला दांव, कोका-कोला पेप्सी को पछाड़कर 1000 करोड़ का बना डाला रिकॉर्ड

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नई दिल्ली,10 अप्रैल 2025:रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और एशिया के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी ने कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक मार्केट में बड़ा दांव खेलकर नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है. 50 साल पुरानी देशी कैंपा कोला को मार्केट में बड़ा खिलाड़ी बनाने के लिए मुकेश अंबानी ने एक बार फिर Jio वाला दांव खेला, जो सफल भी साबित होता दिख रहा है. उनके इस फैसले से इस सेक्टर में खलबली मच गई है, क्योंकि कैंपा कोला की रीलॉन्चिंग से उनकी RCPL ने मात्र 18 महीनों में ₹1,000 करोड़ से अधिक का राजस्व हासिल किया है, जिससे कोका-कोला और पेप्सी जैसी स्थापित कंपनियों को कड़ी चुनौती मिली है.

दरअसल, दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी के काम करने का तरीका बाकियों से अलग है. वो जिस कारोबार में उतरते हैं वहां प्राइस वॉर शुरू हो जाता है और वो किंग बनकर उभर जाते हैं. जियो की लॉन्चिंग के वक्त भी ऐसा ही हुआ था. रिलायंस जियो की वजह से दूसरी कंपनियों को अपने प्रोडक्ट की कीमत में कटौती करनी पड़ी थी और अब कैम्पा के साथ बेवरेज मार्केट में यही हो रहा है.

कैंपा कोला की वापसी और मूल्य निर्धारण रणनीति
1970 और 1980 के दशक में लोकप्रिय रहे कैंपा कोला ब्रांड को रिलायंस रिटेल ने 2022 में अधिग्रहित किया और मार्च 2023 में इसे री-लॉन्च किया. कंपनी ने 200 मिलीलीटर की पेट बोतल की कीमत मात्र ₹10 रखी, जो प्रतिस्पर्धी ब्रांडों की तुलना में लगभग आधी थी. यह मूल्य निर्धारण रणनीति मूल्य-संवेदनशील भारतीय उपभोक्ताओं के बीच तुरंत हिट हो गई.

डिस्ट्रीब्यूशन और व्होलसेल स्ट्रैटेजी
रिलायंस ने अपने व्यापक खुदरा नेटवर्क, जैसे रिलायंस फ्रेश, स्मार्ट स्टोर्स, और जियोमार्ट का उपयोग करके कैंपा कोला की पहुंच को देशभर में विस्तारित किया. इसके अलावा, खुदरा विक्रेताओं को 6-8% का मार्जिन प्रदान किया गया, जो अन्य वैश्विक ब्रांडों की तुलना में अधिक था. इससे खुदरा विक्रेताओं ने कैंपा कोला को प्रमुखता से प्रदर्शित किया, जिससे इसकी बाजार उपस्थिति मजबूत हुई.

बाजार में प्रभाव और प्रतिस्पर्धा
कैंपा कोला ने कई भारतीय राज्यों में 10% से अधिक बाजार हिस्सेदारी हासिल की है. इस तेजी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के जवाब में, कोका-कोला और पेप्सीको ने भी अपने उत्पादों की कीमतों में कटौती की और नए पैकेजिंग विकल्प पेश किए. हालांकि, कैंपा कोला की आक्रामक मूल्य निर्धारण और वितरण रणनीति ने इसे बाजार में एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बना दिया है.

भविष्य की योजनाएं और निवेश
बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) ने उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए ₹500-₹700 करोड़ का निवेश करने की योजना बनाई है. यह निवेश उत्पादन क्षमता बढ़ाने और स्थानीय बाजारों में उत्पाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है.

मुकेश अंबानी की ₹10 मूल्य रणनीति ने भारतीय पेय पदार्थ बाजार में एक नया अध्याय लिखा है. कैंपा कोला की पुनर्प्रस्तुति न केवल एक ब्रांड की वापसी है, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे सटीक मूल्य निर्धारण, मजबूत वितरण नेटवर्क और उपभोक्ता-केंद्रित रणनीति के माध्यम से स्थापित प्रतिस्पर्धियों को चुनौती दी जा सकती है. रिलायंस की यह पहल भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अधिक विकल्प और बेहतर मूल्य प्रदान करती है, जिससे बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलता है.

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