नई दिल्ली। परेश रावल अब हेरा फेरी की दुनिया के बाबू भइया नहीं रहेंगे, इस एक खबर ने ही फैंस के चेहरे पर मायूसी ला दी थी। पिछले 19 साल से हेरा फेरी 3 के इंतजार में बैठे फैंस के लिए यह बहुत बड़ा झटका था। अब खबर आ रही है कि हेरा फेरी के मेकर्स ने परेश रावल को लीगल नोटिस भेजा है।
हाल ही में, खबर आई थी कि हेरा फेरी 3 से परेश रावल बाहर हो गए हैं। इसका कारण उनके और मेकर्स के बीच क्रिएटिव डिफ्रेंस को बताया जा रहा था। मगर एक हालिया पोस्ट के जरिए परेश रावल ने साफ-साफ इनकार किया था कि मेकर्स के साथ उनके कोई क्रिएटिव डिफ्रेंस नहीं है, वह किसी और वजह से फिल्म छोड़ रहे हैं।
परेश रावल के खिलाफ मुकदमा दर्ज
अब परेश रावल के खिलाफ हेर फेरी के मेकर्स ने अनप्रोफेशनल बिहेवियर के लिए लीगल नोटिस भेज दिया है। पिंकविला के मुताबिक, हेरा फेरी के प्रोड्यूसर्स केप ऑफ गुड फिल्म्स ने अनप्रोफेशनल बिहेवियर के लिए 25 करोड़ रुपये का मुकदमा दर्ज किया है। केप ऑफ गुड फिल्म्स के मालिक अक्षय कुमार (Akshay Kumar) हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रोड्यूसर्स ने स्केटहोल्डर्स से हेरा फेरी के राइट्स खरीदे थे। यहां तक कि फिल्म पर मौजूद सभी कर्ज को भी चुका दिए गए थे। खर्च किया गया अमाउंट करोड़ों में था क्योंकि इरादा 20 साल बाद हेरा फेरी को दर्शकों के लिए बड़े पर्दे पर लाना था। मगर परेश के अनप्रोफेशनल बिहेवियर की वजह से फिल्म को बड़ा नुकसान हुआ है।
शूटिंग के बीच परेश रावल ने छोड़ी फिल्म
आगे बताया गया है कि फिल्म पर मौजूद सभी कर्जों को केप ऑफ गुड फिल्म्स ने तभी चुकाया गया था, जब अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी और परेश रावल ने फ्रेंचाइजी की तीसरी फिल्म को करने के लिए हामी भरी थी। फिल्म की शूटिंग भी शुरू हो गई थी और मेकर्स अनाउंसमेंट वीडियो की शूटिंग कर रहे थे। एक दिन की शूटिंग में भी काफी पैसा लगा था और परेश रावल के पीछे हटने के बाद शूट रुका हुआ है। यह तरीका अनप्रोफेशनल और अनुचित है।
मार्केट वैल्यू से तीन गुना ज्यादा फीस ले रहे थे एक्टर
परेश के फिल्म से बाहर होने के तरीके से हर कोई नाराज है। एक निर्माता को दूसरे अभिनेता के अनप्रोफेशनल एग्जिट के चलते क्यों नुकसान उठाना चाहिए। मेकर्स ने परेश से नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। कहा जा रहा है कि परेश रावल ने फिल्म का कॉन्ट्रैक्ट भी साइन किया था और उनकी सारी डिमांड भी पूरी हुई थी। यही नहीं, अभिनेता को साइनिंग अमाउंट भी मिल गई थी, वो भी मार्केट वैल्यू से तीन गुना ज्यादा फीस दी गई थी।