केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 17 साल बाद बीएसएनएल द्वारा 262 करोड़ का नेट प्रॉफिट हासिल करने पर खुशी जाहिर की है। इसके अलावा उन्होंने राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल और कनार्टक के उपमुख्यमंत्री के बयानों पर भी तीखा पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बढ़ते BSNL को लेकर कहा कि 17 सालों के बाद अक्टूबर दिसंबर के क्वार्टर में बीएसएनएल ने 262 करोड़ का मुनाफा यानी नेट प्रॉफिट कमाया है। यह एक ऐतिहासिक परिवर्तन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में संभव हो पाया है। बीएसएनएल अब अपनी सर्विस के साथ पर्याप्त रूप से उपभोक्ताओं को सेवा दे पा रही है।
सिंधिया ने कहा कि अभी हमारा 4G की 1 लाख साइट्स बनाने का लक्ष्य है, उसमें से 90000 साइट्स पर हमारे टावर खड़े हो चुके हैं, बाकी 10,000 साइट्स भी मई जून के महीने तक तैनात हो जाएंगी। जब यह तैयार हो जाएंगे तो हम 4G से 5G में परिवर्तित करने की प्रक्रिया भी शुरू करेंगे। हमें इस बात की भी खुशी है की सालों बाद बीएसएनएल के उपभोक्ताओं में भी एक नई ऊर्जा आई है। 8 करोड़ 65 लाख हमारे उपभोक्ता जून 2024 के महीने तक थे आज वह 9 करोड़ 10 लाख उपभोक्ता हो चुके हैं। ऐसे में 55 लाख उपभोक्ताओं में वृद्धि हुई है। एक-एक ग्रामीण और शहरी उपभोक्ता की सेवा हम कर पाए इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए हम काम कर रहे हैं।
कपिल सिब्बल के ब्लॉक-अनब्लॉक वाले बयान पर सिंधिया का पलटवार
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल के ब्लॉक- अनब्लॉक वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि जनता की सेवा में नहीं रहोगे तो जानता ही आपको ब्लॉक कर देती है। आपको बता दे कि राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने विपक्षी गठबंधन INDIA के रवैया और गुट में फूट पर सवाल उठाते हुए कहा था, कि INDIA को सार्वजनिक मंच पर गुट यानी ब्लॉक के रूप मे दिखना चाहिए न कि अनब्लॉक होना चाहिए। गुट में शामिल सभी विपक्षी दलो को एक जुट रहना ही होगा,उन्होंने यह बात दिल्ली विधानसभा चुनाव में कॉंग्रेस और आप द्वारा एक दूसरे पर लगाये आरोपो के बाद मिली हार को लेकर कही थी।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी शिव कुमार पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी शिव कुमार के उस बयान पर भी पलटवार किया है जहां उन्होंने कहा है की “मुसलमानों के आरक्षण के लिए संविधान में संशोधन लाएंगे”। इस पर सिंधिया ने कहा यही कठिनाई है कि जहां इंडी गठबंधन तुष्टिकरण की नीति के साथ चल रही है, वहीं प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी संतुष्टीकरण की नीति के साथ चल रही है और देश के विकास प्रगति को आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ काम कर रही है।