0.समाज के रीति, नीति, नेंग, दस्तूर सहित समाज के विकास, संवैधानिक अधिकारों एवं कर्तव्यों सहित सभी विषयों पर किया गया गहन मंथन
बालोद, 22 मई 2025. बालोद जिले के ग्राम आवारी (लिम्हाटोला) स्कूल मैदान में गोण्डवाना समाज संभाग मोहला अंतर्गत 19 से 21 मई तक आयोजित अंतर्राज्यीय तीन दिवसीय पंचवर्षीय महासभा के अवसर पर गोंडवाना समाज का विशाल जन सैलाब उमड़ पड़ा। इस तीन दिवसीय आयोजन में गोण्डवाना समाज संभाग मोहला के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के अलावा महाराष्ट्र राज्य के गढ़चिरौली एवं गोंदिया जिले के लगभग डेढ़ लाख लोगों ने कार्यक्रम में अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की। जिससे समुचा माहौल गोण्डवाना संस्कृति एवं आचार-विचार से ओतप्रोत हो गया था। समारोह स्थल में बुढ़ा देव, आंगा देव सहित गोंडवाना समाज के ईष्ट देवी-देवताओं की स्थापना भी की गई थी। प्रतिदिन गोंड़ियन पद्धति से ईष्ट देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का विधिवित् शुभारंभ किया गया।
इसके अलावा समारोह में रेला, हुलकी, मांदरी आदि सभी गोंडी गीत, संस्कृति एवं परंपराओं की सुमधुर प्रस्तुति भी दी गई। गोंडवाना संस्कृति की जीवंत प्रस्तुति से कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोग भाव विभोर हो गए। इस तीन दिवसीय आयोजन में कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद भोजराज नाग, छत्तीसगढ़ औषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष विकास मरकाम, मोहला-मानपुर विधानसभा क्षेत्र इन्द्रशाह मण्डावी,कोषाध्यक्ष श्री जैस मण्डावी एवं अन्य समाज प्रमुखों के अलावा विशाल संख्या में छत्तीसगढ़ एवं महाराष्ट्र राज्य के गोण्डवाना समाज के लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद भोजराज नाग ने गोण्डवाना समाज के सांस्कृतिक विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने गोण्डवाना संस्कृति को विश्व का सर्वश्रेष्ठ एवं उत्कृष्ट संस्कृति बताया। इस अवसर पर उन्होंने गोण्डवाना समाज संभाग मोहला को सांसद निधि से 10 लाख रूपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ औषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष विकास मरकाम ने गोण्डवाना समाज एवं संस्कृति की विशेषता एवं महत्ता पर प्रकाश डालते हुए समाज के ऐतिहासिक पहलुओं के संबंध में भी विस्तार से प्रकाश डाला।

विधायक मोहला-मानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक इन्द्रशाह मण्डावी ने समाज के विकास के लिए शिक्षा संगठन एवं मद्य निषेध को आवश्यक बताया। उन्होंने विधायक निधि से गोण्डवाना समाज संभाग मोहला को 10 लाख रूपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की। संभागीय अध्यक्ष नरेन्द्र नेताम ने गोण्डवाना समाज संभाग मोहला के सामाजिक संरचना एवं विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए समाज के लोगों को एकता के सूत्र में आबद्ध होकर समाज को शसक्त एवं विकसित बनाने में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नम्रता सिंह ने अपने परिवार का गोण्डवाना समाज संभाग मोहला के साथ जुड़ाव एवं गोण्डवाना समाज के महत्व एवं विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला। श्रीमती नम्रता सिंह ने गोण्डवाना समाज संभाग मोहला के भवन के विस्तार हेतु 20 लाख रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की। नगर पंचायत लोहारा के अध्यक्ष लाल निवेन्द्र सिंह टेकाम ने गोण्डवाना संस्कृति को अत्यंत वैभवशाली बताते हुए इसे अक्ष्क्षुण बनाए रखने तथा इनके संरक्षण एवं संवर्धन हेतु निरंतर कार्य करने की अपील की। लाल निवेन्द्र सिंह टेकाम ने गोण्डवाना भवन डौण्डी के विस्तार हेतु 50 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की। संभागीय सलाहकार हीरेसिंह घावड़े ने समाज के प्रभुत्व एवं जागरूक लोगों के अलावा सभी वर्ग के लोगों को समाज को शिक्षित, सबल, सक्षम एवं संस्कारी बनाने के अलावा समाज के सर्वांगीण विकास हेतु महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की अपील की।
कार्यक्रम को संभागीय संरक्षक सुरेश दुग्गा, मोहन हिड़को, जगत सलामे, महासचिव तुकाराम कोर्राम, तुलसी राम मरकाम, गोविन्द टेकाम, दिनेश कोरेटी एवं अन्य सामाजिक प्रमुखों ने भी संबोधित करते हुए महत्वपूर्ण जानकारियां दी। सभी समाज प्रमुखों और वक्ताओं ने समाज के लोगों और नवोदित पीढ़ी से समाज के संस्कृति को अक्ष्क्षुण बनाए रखते हुए नई पीढ़ी को निरंतर इसकी महत्व की जानकारी देने की अपील की। सभी समाज प्रमुखों ने नई पीढ़ी को शिक्षित ज्ञानवान तथा संस्कारी बनाने का अनुरोध भी किया। इसके अलावा उन्होंने समाज के विकास के लिए शिक्षा को रीढ़ एवं मेरूदंड बताते हुए नई पीढ़ी को उच्च शिक्षित एवं ज्ञानवान बनाने हेतु ठोस रणनीति बनाकर कार्य करने तथा कुरीतियों से दूर रहने की भी अपील की।

समाज प्रमुखों ने समाज के विकास के लिए समाज को संगठित करने के अलावा व्यापार व्यवसाय में भागीदारी को भी अत्यंत आवश्यक बताया। इसके अलावा उन्होंने निरंतर सजग रहकर अपने अधिकारों की प्राप्ति के लिए संघर्ष करने की भी अपील की।इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित समाज प्रमुखों के अलावा सभी लोगों ने गोण्डवाना संस्कृति को समाज की आत्मा एवं मेरूदण्ड बताते हुए समाज के प्रत्येक रीति-रिवाजों में समाज के संस्कृति को अक्ष्क्षुण बनाए रखने की बात कही। उन्होेंने वर्तमान समय के अनुरूप एवं समसायिक परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए सामाजिक रीति-रिवाज, नेंग, दस्तूर, समाज में लागू करने के संबंध में गहन विचार मंथन कर उपयुक्त सुझावों को सर्वसम्मति से लागू भी किया गया।
समाज प्रमुखों एवं सामाजिक जनों ने समाज के लोगों को महासभा में पारित किए गए नियमों का पूरी निष्ठा के साथ पालन करने की अपील भी की। उल्लेखनीय है कि आयोजन के समापन अवसर पर बुधवार 21 मई को तेज बारिश होने के कारण महासभा के संभागीय पदाधिकारियों का निर्वाचन कार्य संपन्न नही हो सका। बैठक में सभी समाज प्रमुखों ने रविवार 08 जून को गोण्डवाना भवन डौण्डी जिला बालोद में संभागीय कमिटी के अंतर्गत वरिष्ठ प्रभाग के अलावा महिला, युवा, अधिकारी-कर्मचारी एवं अन्य सभी प्रकोष्ठों का गठन करने का निर्णय लिया गया।