राम-राम का नाम जप ही हमारे जीवन का आधार : गुलाराम रामनामी

सारंगढ़-बिलाईगढ़,19 जनवरी । “जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी” रामचरित मानस के इस वाक्य अनुरूप भक्तगण अपनी श्रध्दा भक्ति कला, संगीत, भजन के अलग-अलग तरीकों से भगवान श्रीराम…