लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की दूसरी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है. इससे पहले शुक्रवार को डीके ठाकुर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. ठाकुर में कोई लक्षण नहीं थे. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वो अपने घर पर ही क्वारंटीन हो गए थे. वहीं आज यानी शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण करने के लिए लखनऊ आने वाले हैं. इसी के चलते प्रोटोकॉल के तहत अधिकारियों की जांच कराई गई थी.
लखनऊ में कोरोना के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं. करीब दो महीने बाद एक साथ सात लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. इसमें दो मरीज सोनभद्र जिले के हैं. ये दोनों पीजीआई की ओपीड़ी के लिए आए थे. वहीं लखनऊ के पांच लोग भी वायरस का शिकार हुए हैं. ये मरीज एक परिवार के हैं.
कोताही से गंभीर हो सकती है समस्या
जानकारी के अनुसार अशियाना स्थित एलडीए कॉलोनी निवासी एक महिला दो दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गई थी. महिला मरीज का इलाज केजीएमयू के लिंब सेंटर में चल रहा है. मरीज के संपर्क में आए लोगों की जांच हुई है. इनकी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट शुक्रवार को आई थी. अधिकारियों ने बताया कि पांच लोगों में संक्रमण का पता चला है. ये सभी महिला मरीज के संपर्क में आए थे. सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं.
अधिकारियों का कहना है कि मरीजों को कोरोना के गंभीर लक्षण नहीं हैं. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के अनुसार कोरोना संक्रमण का खतरा कम नहीं हुआ है. इसलिए कोरोना नियमों का पालन करें. इसमें जरा सी कोताही से समस्या गंभीर हो सकती है. संक्रमण फैल सकता है.
पीएम मोदी के दौरे से पहले हुई थी जांच
दरअसल पीएम मोदी आज यानी 11 दिसंबर से अगले तीन यूपी में रहेंगे. शनिवार 11 दिसंबर को बलराम के बाद 13 दिसंबर को पीएम मोदी वाराणसी जाएंगे. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने के साथ ही दो दिनों तक वहां रहेंगे और कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. पीएम के कार्यक्रम को देखते हुए ड्यूटी में तैनात सभी अधिकारियों की जांच कराई गई थी. इसमें पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालांकि उनकी दोबारा जांच के लिए सैंपल लिया गया था. उसने उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है.
वहीं पीएम मोदी के दौरे को लेकर सीएम योगी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी का आभार जताने के लिए 11 दिसंबर को बलरामपुर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि सरयू परियोजना ने इलाके के 9 जिलों में करीब 30 लाख किसानों को 14.5 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करने में मदद मिलेगी.
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