06 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। कोरोना की पहली लहर बुजुर्गों के लिए सबसे ज्यादा घातक थी. दूसरी लहर ने जवानों को नहीं छोड़ा. अब कोरोना का नया वेरिएंट जो ओमीक्रॉन (Omicron cases in children)आया है, वो क्या बच्चों के लिए सबसे ज्यादा घातक होने जा रहा है. इस बात के पीछे कुछ मज़बूत तथ्य भी हैं और तर्क भी.
महाराष्ट्र में रविवार को 7 नए ओमीक्रॉन संक्रमित मरीज सामने आए. इनमें से 6 लोग पिंपरी-चिंचवड से हैं और 1 व्यक्ति पुणे से है. पिंपरी-चिंचवड में जो छह लोग ओमीक्रॉन संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से तीन लोगों की उम्र 18 साल से कम है. दो तो छोटे बच्चे हैं. यह एक बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहा है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि महाराष्ट्र में अब तक जितने लोग ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से किसी का भी वैक्सीनेशन नहीं हुआ था.
वैक्सीनेशन नहीं हुआ तो ओमीक्रॉन संक्रमण होने का चांस ज्यादा?
अब तक देश में 21 लोग ओमीक्रॉन से संक्रमित हो चुके हैं. रविवार को राजस्थान के एक ही परिवार के 9 लोग ओमीक्रॉन संक्रमित (Omicron cases in rajasthan) पाए गए. इन 9 लोगों में भी 2 छोटे बच्चे हैं. शनिवार को एक महाराष्ट्र के डोंबिवली के 33 साल का युवक और एक गुजरात के जामनगर से बुजुर्ग ओमीक्रॉन संक्रमित पाए गए. इनमें भी एक बात कॉमन थी. वो यह कि इनका वैक्सीनेशन पूरा नहीं हुआ था. दूसरी कॉमन बात यह कि पिंपरी-चिंचवड के एक ही परिवार के छह लोगों में दो बच्चे हैं और जयपुर के एक ही परिवार के नौ लोगों में दो छोटे बच्चे हैं. यानी अलग-अलग इन दोनों परिवारों से ओमीक्रॉन संक्रमित 4 छोटे बच्चे सामने आए हैं.
पांच साल तक के बच्चे और गर्भवती महिलाओं पर ओमीक्रॉन का खतरा सबसे ज्यादा?
यानी धीरे-धीरे दो बातें साफ होती जा रही हैं. एक यह कि जिन्होंने वैक्सीन नहीं करवाई है उन्हें ओमीक्रॉन संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है. दूसरा यह कि छोटे बच्चे ठीक-ठाक संख्या में ओमीक्रॉन संक्रमित पाए जा रहे हैं. ऐसे में बच्चों के लिए चिंता करने का समय आ गया है. क्योंकि देश में एक तरफ 50 फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन हो गया है लेकिन 18 साल से कम उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन तो अभी शुरू भी नहीं हुआ है.
सोमवार को बच्चों के वैक्सीनेशन और बुजुर्गों के बूस्टर डोज पर बड़े फेसले की संभावना
सोमवार को दिल्ली में केंद्र सरकार की कोरोना टास्क फोर्स और विशेषज्ञों के साथ एक अहम बैठक होने जा रही है. इसमें दो मुद्दों पर खास चर्चा की जाएगी. बच्चों के वैक्सीनेशन और चौवालीस साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज देने पर कोई बड़ा फैसला होने की संभावना है. दक्षिण अफ्रीका से जानकारी सामने आई है कि वहां 5 साल से कम उम्र के बच्चों और अधेड़ लोगों में एक समान संख्या में ओमीक्रॉन का संक्रमण हो रहा है. संक्रमित होने वाले बच्चों में दस फीसदी बच्चों की उम्र दो साल से भी कम पाई जा रही है. इसके अलावा गर्भवती महिलाओं पर भी यह ओमीक्रॉन का संक्रमण तेजी से हो रहा है. बच्चों को बचाना है तो देश में बच्चों के लिए वैक्सीनेशन जल्दी से जल्दी शुरू करवाना है.
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