0 दहेज के लिए बेटी नहीं, सम्य समाज जलता है-श्रीमती कल्पना भगत, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 ।
रायपुर 5 दिसम्बर (वेदांत समाचार) आज राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में जिला न्यायालय परिसर रायपुर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माननीय अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश अरविंद कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्यक्रम का आयोजन पेन इण्डिया अवेयरनेस एवं आउटरीच अभियान के अंतर्गत दिनांक 05/12/2021 दिन रविवार को प्रातः 11.00 बजे जिला न्यायालय परिसर रायपुर के कक्ष क्रं. 210 में दीप प्रज्जवलित कर श्रीमती निधि शर्मा व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1, श्रीमती कल्पना भगत, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2, श्रीमती दिशा शर्मा, ‘‘प्रोफेसर’’ रिसोर्स पर्सन, श्रीमती अचला श्रीवास्तव, अधिवक्ता, रिसोर्स पर्सन ने शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से महिलाओ के लिए विधिक जागरूकता कार्यक्रम में श्रीमती निधि शर्मा व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1, श्रीमती कल्पना भगत, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2, श्रीमती दिशा शर्मा, ‘‘प्रोफेसर’’ रिसोर्स पर्सन, श्रीमती अचला श्रीवास्तव, अधिवक्ता, रिसोर्स पर्सन, जिला शिक्षा अधिकारी, वन विभाग, डाक विभाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, साईबर सेल रायपुर, पैरालीगल वॉलिटियर एवं विधि छात्राए उपस्थित रहे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर द्वारा आयोजित महिलाओ के लिए विधिक जागरूकता कार्यक्रम में श्रीमती निधि शर्मा व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 रायपुर ने अपने उद्बोधन में नालसा की योजना, मानव तश्करी, वाणिज्य एवं शोषण , पीड़ितों के लिए विधिक सेवा योजना 2015 के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उनके द्वारा बताया गया कि तश्करी महिलाओं के अधिकारों की स्वतंत्रता का हनन है और तश्करी कानूनन रूप से जघन्य अपराध है जिसके रोकथाम सामाजिक कार्यकर्ताओं से रोकी जा सकती है इसके अतिरिक्त उनके द्वारा बताया गया कि इस योजना के तहत तश्करी से पीड़ित व्यक्ति को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान किया जा सकता है उनके द्वारा भू्रण हत्या कानून पर भी जानकारी दी गयी और अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि मानव समाज तथा मानव सभ्यता की सुरक्षा कन्या सुरक्षा में निहित है इसलिए भु्रण हत्या को हतोत्साहित कर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के सिद्धांत को सैद्धांतिक रूप से पालन करना चाहिए।
न्यायाधीश श्रीमती कल्पना भगत व्यवहार वर्ग-2 रायपुर द्वारा अपने उद्बोधन में नालसा की योजना तथा आदिवासियों के अधिकारों के संरक्षण के प्रवर्तन के लिए विधिक सेवा योजना 2015 के बारे में जानकारी प्रदान की इसके अतिरिक्त उनके द्वारा दहेज प्रतिषेध अधिनियम तथा पॉक्सो कानूनी के बारे में संक्षिप्त रूप में बताया उन्होंने बताया कि दहेज सभ्य समाज में स्वीकार्य नही है बेटी नारी शक्ति का प्रतीक है जिसकी शक्ति देश के उत्थान में सदैव संकल्पि तथा प्रतिबद्ध रही है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्रीमती शोभा शर्मा द्वारा एड्स के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, जिन्हें एड्स की बीमारी हो जाती है उन्हें दूसरे बीमारी भी जल्दी होता है इसलिए आजकल एड्स संबंधी बीमारी का ईलाज निःशुल्क होता है अतः एडस संबंधी बीमारी होने पर तत्काल निःशुल्क रूप से ईलाज कराए। जिला शिक्षा विभाग की ओर से श्रीमती रजनी शर्मा ने अपने उद्बोधन में बताया कि यदि बेटी रहेगी तभी तो बेटी पढ़ेगी इसलिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को अधिक से अधिक लोगों में फैलाना अति आवश्यक है।
इसी तरह साईबर सेल से चित्रलेखा साहू , डाक विभाग की ओर से कावेरी अग्रवाल, आंगनबाड़ी की ओर से रोशनी शर्मा एवं किरण पटेल ने अपने अपने विभाग की ओर से शासन की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
सभी प्रतिभागीगण को श्रीमती निधि शर्मा व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1, श्रीमती कल्पना भगत, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2, श्रीमती दिशा शर्मा, ‘‘प्रोफेसर’’ रिसोर्स पर्सन, श्रीमती अचला श्रीवास्तव, अधिवक्ता, रिसोर्स पर्सन के द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
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