मुख्य सचिव की बैठक में लिया गया बड़ा फैसला! जेवर एयरपोर्ट के पास 60 एकड़ में बनेंगे मॉल और होटल…

02 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। दिल्ली NCR से सटे ग्रेटर नोएडा में देश के सबसे बड़े जेवर इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर 60 एकड़ में व्यावसायिक गतिविधियां होंगी. इसके साथ ही 60 एकड़ की जमीन पर होटल और मॉल का भी निर्माण कराया जाएगा. वहीं, नोएडा एयरपोर्ट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 25 नवंबर को शिलान्यास होने के बाद प्रदेश के मुख्य सचिव ने लखनऊ में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है.

दरअसल, जेवर एयरपोर्ट का प्रथम चरण में 1334 हेक्टेयर में निर्माण प्रारंभ हो गया है. इसमें एक रनवे और टर्मिनल बिल्डिंग के साथ 30 सितंबर 2024 से पहले यहां से उड़ान शुरू करने की तैयारी है. इसके साथ ही प्रथम चरण में एयरपोर्ट के निर्माण पर 10600 करोड़ रुपए निवेश होने जा रहा है. इसके अलावा प्रथम चरण के साथ ही व्यावसायिक गतिविधियों को प्रारंभ करने के लिए 60 एकड़ में इसको विकसित करने की तैयारी हो गई है. अधिकारियों के अनुसार यह भूमि नोएडा एयरपोर्ट को प्रथम चरण के लिए सौंपी गई भूमि के अतिरिक्त है, जिसका अधिग्रहण पहले ही हो चुका है.

जानिए, जेवर एयरपोर्ट के आसपास क्या बनने वाला है…

1. इंडस्ट्री हब बनेगा

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक, 126 उद्योग-धंधे स्थापित होंगे। इससे युवाओं को नौकरियां मिलेंगी। एयरपोर्ट बनने के साथ-साथ उद्योगों के स्थापित होने की भी तैयारियां पूरी हो गई हैं।

2. टेक्सटाइल का होगा बड़ा काम

टेक्सटाइल की 100 से अधिक इकाइयों ने यमुना प्राधिकरण से यहां पर अपने उद्योग लगाने के लिए जमीन की बात की है। 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया जा सकता है। उद्योगधंधों के लिए जमीन के आवेदन करने की बात चल रही है।

3. फिल्म सिटी के बनने से बढ़ेंगे रोजगार के मौके

जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास से पहले जायजा लेने नोएडा पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फिल्म सिटी पर तेजी से काम जारी है। एयरपोर्ट के पास फिल्म सिटी बनने से यहां पर कलाकारों और फिल्मी/टेलीविजन की दुनिया से जुड़े लोगों को आना आसान हो जाएगा। 10 हजार करोड़ रुपए की प्रस्तावित इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए हैं। दिसंबर में पहली बिडिंग है। फिल्म सिटी का निर्माण करीब 1000 एकड़ में किया जाएगा। फिल्म सिटी में एक यूनिवर्सिटी खोलने की भी योजना है।

4. नोएडा में बनाया जाएगा MRO सेंटर

बता दें कि MRO (मेंटिनेंस, रिपेयर एंड ओवरहालिंग) सेंटर एयरक्राफ्ट मेंटिनेंस के लिए बनाया जाता है. यहां देश का सबसे बड़ा MRO जेवर एयरपोर्ट में बनाया जाएगा. यहां पर 80 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा. होटल, शॉपिंग सेंटर और कन्वेंशन सेंटर बनेंगे. ऐसे में 2 हेक्टेयर में ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, 3 हेक्टेयर में कंवेंशन कम एग्जीबिशन सेंटर, 2 हेक्टेयर में कॉमर्शियल & रिटेल ऑफिस और 4 हेक्टेयर में मिड स्केल होटल बनाए जाएंगे.

हालांकि अभी तक देश में एकमात्र MRO सेंटर महाराष्ट्र के नागपुर में है, जोकि काफी छोटा है. इसलिए सारे एयरक्राफ्ट का मेंटिनेंस यहां नहीं हो पता. ऐसे में ज्यादातर एयरक्राफ्ट अपना मेंटिनेंस उसी देश में करा लेते हैं, जहां के लिए वह उड़ान भर रहे होते हैं। श्रीलंका, भूटान में बड़े मेंटिनेंस सेंटर हैं. वहीं, दुनियाभर में MRO इंडस्ट्री का कारोबार करीब 48 हजार करोड़ रुपए का है, जिसमें भारत का योगदान महज 1 प्रतिशत है.

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