बिहार30 नवंबर (वेदांत समाचार)। शिक्षक बच्चों को अनुशाषण का पाठ पढ़ाते हैं. उन्हें वो समय का पाबंद रहने की सीख देते हैं. लेकिन खुद शिक्षक जब इस सामान्य आचरण का पालन नहीं करते हैं तो बच्चे क्या करे? मजबूरण बच्चों को उन्हें अनुशाषण का पाठ याद दिलान के लिए थाने मे पहुंचकर उनकी शिकायत करनी पड़ती है. बिहार में शिक्षकों की लेटलतीफी से परेशान बच्चों ने स्कूल की मेन गेट पर ताला जड़ दिया. और उनकी देर से स्कूल आने की शिकायत लेकर थाने पहुंच गए.
ये वाक्या हुआ बिहार के सारण जिले में. जहां मशरक प्रखंड मुख्यालय के पास स्थित स्टेशन रोड उत्क्रमित मध्य विद्यालय आश्रम में शिक्षकों की लेटलतीफी से परेशान बच्चों ने स्कूल में ताला जड़ दिया. इसके बाद ये सभी बच्चे एक साथ एकजुट होकर थाने पहुंच गए. और थानाप्रभारी से शिक्षकों की शिकायत की. थाने में शिकायत करने पहुंचे बच्चों की उम्र 6 साल से 15 साल के आसपास है
थाने में शिक्षक की शिकायत
थाने जहां जाने से बड़े लोग कतराते हैं. वहां छात्रों को देख थानेदार राजेश कुमार चौंक गए. इसके बाद उन्होंने वहां बच्चों से थाने आने के बारे में पूछा. तब बच्चों ने बताया कि वो सभी स्टेशन रोड उत्क्रमित मध्य विद्यालय आश्रम में पढ़ते हैं. वहां उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षक रोज लेट से पहुंचते हैं. इस वजह से उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है. छात्रों ने बताया कि सभी बच्चे शिक्षकों से समय पर स्कूल पहुंचने की गुहार करते हैं इसके बावजूद वो रोज लेट से पहुंचते हैं. थानेदार ने बच्चों की शिकायत को ध्यान से सुना और उसे कागज पर नोट भी किया.
थानेदार ने खुलवाया ताला
इसके बाद थानेदार ने इस शिकायत के बावत जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) को फोन कर मामले की जानकारी दी. और छात्रों की परेशानी से उन्हें अवगत कराया. इसके बाद थानेदार बच्चों को लेकर खुद मौके पर पहुंते और स्कूल का ताला खुलवाया.
शिक्षकों से जवाब तलब
बच्चों को शिक्षक की शिकायत लेकर थाने पहुंचने के खबर मिलने के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी वीणा कुमारी आनन-फानन में मौके पर पहुंची. स्कूल पहुंचने पर वहां उन्हें स्कूल के सभी 9 शिक्षक अनुपस्थित मिले. शिक्षकों के इस बर्ताव पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि स्कूल के हेड मास्टर सहित सभी शिक्षकों से जवाब-तलब किया जाएगा.
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