दुल्हन के भाई समेत 3 की मौत,मौसेरे भाई को रिसीव करने जा रहा था, तभी किसी गाड़ी ने कुचला..

आगरा 21 नवंबर (वेदांत समाचार)। आगरा में शादी वाले घर में सड़क हादसे में तीन भइयों की मौत की घटना दिल दहला देने वाली है। जिस बहन को विदा करने के लिए भाई तैयारी में जुटे थे, अब उन भाइयों को घरवाले अंतिम विदाई देने की तैयारी कर रहे हैं। शादी में आए रिश्तेदारों का कहना था कि सोचा नहीं था कि अर्थियों को कंधा देना पडे़गा। वहीं दुल्हन बहन बस रोते-रोते एक ही बात कह रही थी कि भइया मुझे विदा कौन करेगा। यह मंजर जिसने भी देखा उसकी आंखों से आंसू नहीं थमे। हर कोई बस एक ही बात कह रहा था कि भगवान ऐसा किसी के साथ न करे।

हादसे के बाद पूरा मोहल्ला गमगीन है। लोगों का कहना था कि शनिवार रात को भात का कार्यक्रम था। सब लोग खुश थे। नाचा-गाना हुआ था।

हादसे के बाद पूरा मोहल्ला गमगीन है। लोगों का कहना था कि शनिवार रात को भात का कार्यक्रम था। सब लोग खुश थे। नाचा-गाना हुआ था।

रात तक खुशियां थीं, चल रहा था नाच गाना
सीतानगर निवासी पवन राठौर के घर पर शनिवार रात 12 बजे तक खुशी का माहौल था। रतजगा चल रहा था। घर की महिलाएं मंगल गीत गा रही थीं। भाई भी नाच गा रहे थे। सुबह जल्दी ग्वालियर जाना था, इसलिए दुल्हन के पिता पवन ने अपने बडे़ बेटे हर्ष और साले के बेटे प्रेम को जल्दी सोने के लिए कहा। वो दोनों को प्रकाश नगर स्थित घर में रात 12 बजे छोड़कर आए। इसके बाद हर्ष के मौसेरे भाई ने उसे फोन कर रामबाग पर लेने के लिए बुलाया था। इसके बाद हादसा हो गया। शादी में शामिल होने आए रिश्तेदार प्रेमप्रकाश ने बताया कि उन्होंने सोचा भी नहीं था कि पल भर में खुशियां गम में बदल जाएंगी। बेटी की डोली को कंधा देने के बजाए बेटों की अर्थी को कंधा देना पड़ेगा। यह कहते-कहते उनकी आंखों से आंसू छलक उठे। रिश्तेदारों ने बताया कि पवन ने रीना को गोद लिया था। जब वो चार दिन की थे तब वो उसे लेकर आए थे। वो ही उसकी शादी कर रहे थे।

दुल्हन रीना को 5 लोगों के साथ ग्वालियर भेज दिया गया है। वहां सिर्फ शादी की रस्म होगी।

दुल्हन रीना को 5 लोगों के साथ ग्वालियर भेज दिया गया है। वहां सिर्फ शादी की रस्म होगी।

बहन और मां का बुरा हाल
मृतक हर्ष की बहन रीना का रो-रोकर बुरा हाल था। रीना रोते-रोते बार-बार एक ही बात कह रही थी कि भइया मुझे विदा तो कर जाता। उसकी आंखों के आंसू सूख गए थे। जब घर वाले उसे शादी की रस्में पूरी कराने के लिए कार में बैठा रहे थे तो वो जाने को तैयार नहीं थी। बार-बार भाइयों को याद कर रही थी। रिश्तेदारों ने बड़ी मुश्किल से उसे समझा बुझाकर गाड़ी में बैठाया। वहीं, मृतक हर्ष की मां कमलेश की आंखों के आंसू भी नहीं थम रहे थे। वो बार-बार एक ही बात कह रही थीं कि मेरे तीन बच्चे चले गए। अब बहन को विदा कौन कराएगा।

घर के बाहर रखा शादी का सामान।

घर के बाहर रखा शादी का सामान।

हादसे के डर के चलते नहीं दी थी अंकित को बाइक
बहन की शादी में शामिल होने आए ताजगंज निवासी अंकित को घर वालों ने रोका था। उन्होंने कहा था कि सुबह चला जाए। मगर, वो नहीं माना। देर रात को ताजगंज से रामबाग आने के लिए निकला। ऐसे में उसके पिता अर्जुन ने उसे बाइक दी। उनका कहना था कि रात का समय है वाहन तेज चलते हैं। इसके बाद अंकित ऑटो से रामबाग पहुंचा था। अंकित के घरवालों को जिस बात का डर सता रहा था, वो ही हुआ। रामबाग से नुनिहाई जाते समय हादसा हो गया।

पूरा मोहल्ला गमगीन
हादसे के बाद पूरा मोहल्ला गमगीन है। लोगों का कहना था कि शनिवार रात को भात का कार्यक्रम था। सब लोग खुश थे। नाचा-गाना हुआ था। लेडिज संगीत में पूरे मोहल्ले की महिलाएं गई थीं। आज शादी के लिए ग्वालियर जाना था। मगर, क्या पता था कि यह अनहोनी हो जाएगी। वहीं, विधायक रामप्रताप चौहान भी शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचे। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया।