कैपिटल रिपेयर के 2 महीने बाद ब्लास्ट फर्नेस -4 आई खराबी, पांच दिनों से उत्पादन ठप

भिलाई 21 नवम्बर (वेदांत समाचार)। भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-4 से आज पांचवे दिन बाद भी उत्पादन बंद रहा है। मंगलवार को प्रचालन में आई दिक्कतों के बाद से ही फर्नेस सेउत्पादन ठप है। फर्नेस- 4 को लंबे कैपिटल रिपेयर के बाद 11 अगस्त 2021 को बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा ब्लोइंग इन किया गया था।

ब्लास्ट फर्नेस-4 को 7 जनवरी 2018 से कैपिटल रिपेयर में लिया गया था, लगभग ढाई साल चले कैपिटल रिपेयर के समापन के बाद ब्लोइंग इन प्रक्रिया प्रारंभ किया था किंतु सिर्फ 2 महीने में ही फर्नेस में बड़ी खराबी आ गई। इतने बड़े कैपिटल रिपेयर को सवालों के घेरे में ला दिया है।

ब्लास्ट फर्नेस परिचालन से जुड़े कर्मचारियों की माने तो किसी फर्नेस में जब हवा का प्रवाह शून्य हो जाता है तब उसे फर्नेस चिल्ड सोना कहा जाता है। ऐसी स्थिति में हर्थ तक रा- मटेरियल आ जाता है और सभी ट्यूअर बंद हो जाते है और टैप होल से हाट मेटल आना बंद हो जाता है

क्या होता है फर्नेस चील्ड होना

ब्लास्ट फर्नेस – 4 में बुधवार से ही हवा के प्रवाह शून्य होने की खबर है। जिसके बाद से प्रोडक्शन ठप्प है।

दिन रात लगे है कर्मचारी

ब्लास्ट फर्नेस – 4 के चिल्ड होने के साथ ही फनस प्रोडक्शन और मेंटेनेंस कर्मचारी दिन रात उत्पादन सामान्य करने में लगे हैं । लगातार आक्सीजन लांचिंग कर जाम को काटकर हवा के लिए रास्ता बनाया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि रविवार को फर्नेस उत्पादन के लिए तैयार हो पाएगा।

कैपीटल रिपेयर में हुआ था सुधार

शटडाउन के दौरान, कार्बन ब्लाक को बदलने, फर्नेस शेल बदलने आदि के साथ-साथ कैपिटल रिपेयर के दौरान, तीन प्रमुख उन्नायन कार्य किए गए थे। इनमें पुराने रूसी शैली के स्टोव को हूगोवेन स्टोव में अपग्रेड करना शामिल है।

पुरानी इलेक्ट्रो-मैकेनिकल ड्रिल मशीन और मडगन को नई हाइड्रोलिक ड्रिल मशीन और मड गन से बदल दिया गया। साथ -साथ ब्लास्ट फर्नेस-4 के लिए एक समर्पित कोल डस्ट इंजेक्शन (सीडीआई) इकाई की स्थापना गई थी।

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