धान खरीदी के लिए 10 दिन बाकी और बारदाना सिर्फ तीन हजार गठान, 25 हजार की होगी जरूरत

रायपुर 21 नवम्बर (वेदांत समाचार) । प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी एक दिसंबर से शुरू हो रही है। रायपुर जिले में इस साल पांच लाख 21 हजार टन धान खरीदी का लक्ष्य है। वहीं इसके लिए लगभग 25 हजार गठान बारदाना की आवश्यकता पड़ेगी, लेकिन शुरुआत में ही जिले में पर्याप्त मात्रा में बारदाना का स्टाक नहीं हो सका है। अधिकारियों के मुताबिक मुश्किल से अभी दो से तीन हजार गठान बारदाना का स्टाक हुआ है।

उल्लेखनीय है कि धान खरीदी अभी मुश्किल से नौ दिन बचे हुए हैं। ऐसे में अधिकारी भी बारदाना के कमी को लेकर चिंतित हैं। वे राशन दुकानों से लगातार बारदाना की मांग कर रहे है लेकिन आलम यह है कि राशन दुकानदार भी बारदाना देने में जमकर आनाकानी बरत रहे हैं। राइस मिलर्स भी बारदाना के लिए बच रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि एक दिसंबर तक नए बारदाना समेत राशन दुकान और राइस मिलर्स से बारदाने की व्यवस्था करने के लिए जुटे है। मालूम हो कि प्रति गठान में 500 बारदाना रहता है। वहीं शत प्रतिशत समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए विभाग को अभी शुरुआत में ही 10 हजार गठान की आवश्यकता पड़ेगी।

सोसायटियों में ताला

छत्तीसगढ़ सेवा सहकारी संघ का पांच सूत्रीय मांग को लेकर राजधानी में धरना दे रहे हैं। ऐसे में कई सोसायटियों में अभी ताला लटका हुआ है। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते धान खरीदी केंद्रों में असर शुरुआत में दिख सकते हैं। दूसरी ओर मार्कफेड को शासन से बारदाना उपलब्ध नहीं हो पाता है तो इस साल भी खरीदी प्रभावित हो सकती है।

प्रशासन का बारदाना उठाव का आदेश, फिर भी मनमानी

धान खरीदी को लेकर रायपुर कलेक्टर ने राशन दुकानों को बारदाना उठाव के लिए आदेश जारी किया है। कलेक्टर के आदेश के बाद भी सरकारी राशन दुकान संचालक बारदाना उठाव नहीं कर रहे हैं। ऐसे में अब प्रशासन ने जिले के 58 राशन दुकानों को चिंह्नित कर बड़ी कार्रवाई करने के लिए इशारा किया है। प्रशासन इन शासकीय उचित मूल्य दुकानों को बारदाना न दिए जाने के कारण 22 नवंबर के बाद बड़ी कार्रवाई की बात कही है।

उल्लेखनीय है कि शासकीय उचित मूल्य दुकानों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत वितरण किए जाने वाले चावल की बिक्री के बाद खाली बारदाने मार्कफेड में जमा करना अनिवार्य है। प्राथमिक उपभोक्ता भंडार, महिला स्वसहायता समूह और ग्राम पंचायतों द्वारा पिछले माह में वितरण के लिए दिए गए चावल को उपभोक्ताओं को देने के बाद खाली बारदाने नियम से वापस नहीं किए जा रहे हैं।

चार दुकानों पर कार्रवाई

पिछले दिनों खाद्य विभाग ने रायपुर समेत बिरगांव की चार राशन दुकानों पर बारदाने नहीं देने पर निलंबित करने की कार्रवाई की गई है। इन दुकानों का संचालन जागरूक प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार द्वारा किया जा रहा है।

जुटाने में लगे हैं

खाद्य विभाग राइस मिलर्स, राशन दुकान और नए बारदाने जुटाने में लगे हुए हैं। जल्द ही शुरुआती धान खरीदी के लिए बारदाने का स्टाक होने की उम्मीद है।