बाजार में आया नए तरह का स्कैम! Call Merge करते ही अकाउंट हो जाएगा खाली; NPCI ने बताया बचने का तरीका

नई दिल्ली,18 फरवरी 2025 । ऑनलाइन फ्रॉड के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं, और अब Call Merge Scam लोगों को बड़ा नुकसान पहुंचा रहा है। सरकार और बैंक लगातार लोगों को अलर्ट कर रहे हैं, लेकिन जरा-सी लापरवाही आपकी मेहनत की कमाई पर पानी फेर सकती है। इस नए स्कैम में ठग यूजर्स को कॉल मर्ज करने के लिए कहते हैं और उनकी जानकारी के बिना ही OTP हासिल कर लेते हैं। एक बार OTP मिल गया, तो बैंक अकाउंट खाली करने में उन्हें जरा भी देर नहीं लगती।

अगर आप भी UPI या ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं, तो इस नए स्कैम के बारे में जानना बेहद जरूरी है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अपने X (Twitter) अकाउंट पर यूजर्स को इस खतरे को लेकर आगाह किया है।

कैसे काम करता है Call Merge Scam?

सबसे पहले आपको किसी अनजान नंबर से कॉल आता है। कॉल करने वाला दावा करता है कि उसने आपका नंबर किसी जानकार से लिया है। फिर वह कहता है कि वह पहले से ही आपके किसी परिचित से बात कर रहा है और आपको भी कॉल मर्ज करने को कहता है। जैसे ही आप कॉल मर्ज करते हैं, आपका कॉल बैंक के OTP वेरीफिकेशन कॉल से जुड़ जाता है। इसके बाद आपके फोन पर आने वाले OTP ठग के पास पहुंचने लगते हैं और वो आपके बैंक अकाउंट से पैसे उड़ा लेते हैं।

NPCI ने दी चेतावनी

एक सोशल मीडिया पोस्ट में नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस तरह के स्कैम के बारे में चेतावनी जारी की है और इससे बचने के लिए कुछ तरीके बताए हैं। एनपीसीआई ने किसी भी अनजान कॉल को मर्ज करने से मना किया है और ऐसे फ्रॉड कॉल की शिकायत NPCI हेल्पलाइन नंबर 1930 पर करने की सलाह दी है।

https://twitter.com/upi_npci/status/1890370138014109973?s=46&t=oXdomOCTezhujmsgU_aB9A
कैसे बचें इस स्कैम से?

OTP Fraud – फोटो : FREEPIK

अनजान कॉलर्स से कॉल मर्ज न करें – अगर कोई आपको कॉल मर्ज करने को कहे, तो पहले कॉलर को वेरिफाई करें।
OTP किसी के साथ शेयर न करें – कोई भी बैंक या वित्तीय संस्थान OTP नहीं मांगते, इसलिए अगर कोई ऐसा करे तो सतर्क रहें।


अगर बिना वजह OTP आए, तो तुरंत रिपोर्ट करें – अगर आपको बिना किसी लेन-देन के OTP मिले, तो तुरंत बैंक कस्टमर केयर या 1930 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करें।


UPI और बैंकिंग सिक्योरिटी फीचर्स ऑन रखें – 2FA (Two-Factor Authentication) को एक्टिवेट करें और बैंक से जुड़े किसी भी अलर्ट को नजरअंदाज न करें।